ETV Bharat / state

Nitish vs Manjhi: मांझी को नहीं मिली मौन सत्याग्रह के लिए अनुमति, भड़कते हुए बोले- 'नीतीश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे'

Jitan Ram Manjhi Maun Satyagraha: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी मौन सत्याग्रह पर बैठने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने पटना हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर पार्क का ताला ही नहीं खोला. इसको लेकर मांझी ने कहा कि 'उन्होंने मेरे भगवान पर भी माल्यार्पण करने से रोका है. अब कानूनी कार्रवाई होगी. पढ़ें पूरी खबर.

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 14, 2023, 2:02 PM IST

Updated : Nov 14, 2023, 2:18 PM IST

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

पटनाः बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को पटना हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास मौन सत्याग्रह पर बैठने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने पार्क के अंदर नहीं जाने दिया. जीतन राम मांझी के मौन सत्याग्रह पर रोक लगा दिया गया है. इसपर मांझी ने आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि 'मेरे भगवान पर भी माल्यार्पण करने से रोका गया है. नीतीश कुमार ने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे देश के दलितों का अपमान किया है.'

एक घंटे तक इंतजार किए मांझीः मंगलवार को करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद मांझी अपने समर्थकों के साथ वापस लौट गए. इस दौरान मीडिया के सामने नीतीश कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई. कहा कि 'पुलिस की ओर से मौन सत्याग्रह करने से रोक दिया गया है. हमलोग अपने भगवान पर माल्यार्पन करने के लिए पहुंचे थे. इसके बाद मौन धारण करते, लेकिन पार्क का ताला ही नहीं खोला गया.' इस दौरान जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही.

"बाबा भीमराव अंबेडकर, जो हमलोग के भगवान हैं. उनपर माल्यार्पण कर मौन धारण करना चाहते थे, लेकिन गेट का ताला ही नहीं खोला गया है. अब नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे राज्य और देश के दलितों का अपमान करने का काम किया है. सदन में सभी सदस्य माननीय होते हैं, इसलिए सबकी इज्जत जरूरी होती है." -जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम बिहार

'महिलाओं और दलितों का अमान': इस दौरान मांझी ने संविधान का हवाला देकर कहा कि महिलाओं और अनुसूचित जाति को विशेष अधिकारी देने का प्रावधान दिया गया है, लेकिन नीतीश कुमार ने विधानसभा में महिलाओं और दलितों का अपमान करने का काम किया है. सब लोग जानते हैं कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में महिलाओं के प्रति कितना अपशब्द बात कही.

नीतीश कुमार के एजुकेश पर सवालः मांझी ने इस दौरान नीतीश कुमार के एजुकेश पर भी सवाल उठाए. कहा कि 'मैने नीतीश कुमार से पहले डिग्री ऑनर्स की पढ़ाई की है. मेरा राजनीतिक कैरियर भी नीतीश कुमार से ज्यादा है, फिर भी विधानसभा में मेरा अपमान करने का काम किया है. उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे राज्य और देश के दलितों का अपमान करने का काम किया है.' मांझी के सत्याग्रह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा सहित कई नेता पहुंचे थे.

क्या है मामलाः सीएम नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी के बीच विधानसभा में तू-तू मैं-मैं हुआ था. सीएम ने मांझी की औकात दिखाते हुए खूब खरी खोटी सुनाई थी. नीतीश कुमार ने कहा कि था उनकी मूर्खता के कारण जीतन राम मांझी सीएम बने थे, लेकिन वे इसके लायक ही नहीं थे. इस दौरान तुम तड़ाक के साथ बात की थी. नीतीश कुमार ने विधानसभा में महिलाओं को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसको लेकर खूब प्रदर्शन हुआ था.

ये भी पढ़ें-

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

पटनाः बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को पटना हाईकोर्ट स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास मौन सत्याग्रह पर बैठने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने पार्क के अंदर नहीं जाने दिया. जीतन राम मांझी के मौन सत्याग्रह पर रोक लगा दिया गया है. इसपर मांझी ने आपत्ति जतायी है. उन्होंने कहा कि 'मेरे भगवान पर भी माल्यार्पण करने से रोका गया है. नीतीश कुमार ने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे देश के दलितों का अपमान किया है.'

एक घंटे तक इंतजार किए मांझीः मंगलवार को करीब एक घंटे तक इंतजार करने के बाद मांझी अपने समर्थकों के साथ वापस लौट गए. इस दौरान मीडिया के सामने नीतीश कुमार को खूब खरी खोटी सुनाई. कहा कि 'पुलिस की ओर से मौन सत्याग्रह करने से रोक दिया गया है. हमलोग अपने भगवान पर माल्यार्पन करने के लिए पहुंचे थे. इसके बाद मौन धारण करते, लेकिन पार्क का ताला ही नहीं खोला गया.' इस दौरान जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही.

"बाबा भीमराव अंबेडकर, जो हमलोग के भगवान हैं. उनपर माल्यार्पण कर मौन धारण करना चाहते थे, लेकिन गेट का ताला ही नहीं खोला गया है. अब नीतीश कुमार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी. उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे राज्य और देश के दलितों का अपमान करने का काम किया है. सदन में सभी सदस्य माननीय होते हैं, इसलिए सबकी इज्जत जरूरी होती है." -जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम बिहार

'महिलाओं और दलितों का अमान': इस दौरान मांझी ने संविधान का हवाला देकर कहा कि महिलाओं और अनुसूचित जाति को विशेष अधिकारी देने का प्रावधान दिया गया है, लेकिन नीतीश कुमार ने विधानसभा में महिलाओं और दलितों का अपमान करने का काम किया है. सब लोग जानते हैं कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में महिलाओं के प्रति कितना अपशब्द बात कही.

नीतीश कुमार के एजुकेश पर सवालः मांझी ने इस दौरान नीतीश कुमार के एजुकेश पर भी सवाल उठाए. कहा कि 'मैने नीतीश कुमार से पहले डिग्री ऑनर्स की पढ़ाई की है. मेरा राजनीतिक कैरियर भी नीतीश कुमार से ज्यादा है, फिर भी विधानसभा में मेरा अपमान करने का काम किया है. उन्होंने सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे राज्य और देश के दलितों का अपमान करने का काम किया है.' मांझी के सत्याग्रह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा सहित कई नेता पहुंचे थे.

क्या है मामलाः सीएम नीतीश कुमार और जीतन राम मांझी के बीच विधानसभा में तू-तू मैं-मैं हुआ था. सीएम ने मांझी की औकात दिखाते हुए खूब खरी खोटी सुनाई थी. नीतीश कुमार ने कहा कि था उनकी मूर्खता के कारण जीतन राम मांझी सीएम बने थे, लेकिन वे इसके लायक ही नहीं थे. इस दौरान तुम तड़ाक के साथ बात की थी. नीतीश कुमार ने विधानसभा में महिलाओं को लेकर भी आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसको लेकर खूब प्रदर्शन हुआ था.

ये भी पढ़ें-

Last Updated : Nov 14, 2023, 2:18 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.