पटना: आरजेडी विकलांग प्रकोष्ठ का गठन (Formation of RJD Handicapped Cell) हुआ है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में सोमवार को आयोजित स्तरीय मीटिंग में प्रकोष्ठ के तमाम अधिकारियों के नाम की भी घोषणा की गई. आरजेडी विकलांग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में प्रवीण कुमार मिश्रा उर्फ कवि जी को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संजीव कुमार को दी गई है. हृदय यादव को प्रदेश का प्रधान महासचिव बनाया गया है, जबकि शिशुपाल यादव महासचिव, अमृत कुमार सचिव और सुगंध नारायण प्रसाद को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के अलावा पूर्व मंत्री श्याम रजक और शिवचंद्र राम भी उपस्थित थे.
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आरजेडी विकलांग प्रकोष्ठ का गठन: प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी को संभालते हुए प्रवीण कुमार मिश्रा ने कहा कि हम सभी लोग दिव्यांग हैं. आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है लेकिन हम दिव्यांगों की स्थिति बहुत ही दयनीय है. बिहार में करीब 71 लाख दिव्यांग हैं. हम लोग कोई दूसरे ग्रह से नहीं आए हैं. दिव्यांगो की आबादी करीब 15 फीसदी है. आजादी के बाद या उसके पहले जितनी भी राजनीतिक पार्टियां बनी, किसी पार्टी ने आज तक दिव्यांगों की तरफ या उसकी दुर्दशा की तरफ देखा भी नहीं लेकिन हम लोग खुशकिस्मत हैं कि आरजेडी ने दिव्यांगों की दुर्दशा को देखकर रहम खाया और अपने दल में एक दिव्यांग प्रकोष्ठ का गठन किया.
"हम सभी 38 जिला के जिलाध्यक्ष आए हुए हैं. प्रदेश कार्यकारिणी के लोग हैं. हम लोगों को प्रत्येक बूथ प्रखंड प्रत्येक गांव तक एक साल के अंदर दिव्यांगों को सशक्त करना है. दिव्यांगों को वोट की ताकत के बारे में जानकारी देनी है ताकि दिव्यांग अपना हक और अधिकार जान सके"- प्रवीण कुमार मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी विकलांग प्रकोष्ठ
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वहीं, इस मौके पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अभी बीमार हैं. आप सबको आश्चर्य हुआ कि हमारे समाजवादी आंदोलन के आंध्रप्रदेश के वरिष्ठ साथी एस जयपाल रेड्डी भी अपंग थे लेकिन उनका मस्तिष्क बहुत तेज था. प्रकृति जब कहीं से कम करती है तो बाकी गुणों से लैस कर देती है. हम लोग हर तरह से सम्मान करते रहे हैं. समाजवादी आंदोलन ने हमेशा दिव्यांगों को आगे रखा है. ऐसा नहीं है कि आज प्रकोष्ठ है तो हम लोग आज केवल आपको उचित सम्मान दे रहे हैं.
"जिसे लोग विकलांग कहते थे, हम उन्हें दिव्यांग कहते हैं. जमुना शास्त्री उनको दोनों आंखें नहीं थी. हम चुनाव के लिए कुछ नहीं करते लेकिन राजनीति का हर क्षण लोगों के लिए हैं. दिव्यांगों भाइयों से अपील है कि वह अपने को अनाथ न समझें. हमारा यही संविधान है और हम उसी के लिए काम करते हैं"- जगदानंद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, आरजेडी