पटना: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक तरफ जहां मुख्यमंत्री वेबीनार के माध्यम से लोगों को प्रकृति के संरक्षण की सलाह दे रहे है. वहीं, लॉकडाउन की वजह से पटना समेत पूरे बिहार में प्रदूषण काफी हद तक कम हो गया है. हालांकि वन पर्यावरण विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे कोरोना वायरस संक्रमण से सीख लेते हुए प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने में अपना योगदान करें.
वन पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि हम सबको पर्यावरण संरक्षण का हमेशा ध्यान रखते हुए आगे बढ़ना है. उन्होंने कहा कि हमें विकास तो करना है, लेकिन पर्यावरण को साथ रखकर ही हम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ सकते है.
'2 महीने से काफी बेहतर है वायु गुणवत्ता सूचकांक'
दीपक कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से जब तमाम औद्योगिक गतिविधियां बंद हो गई, वाहनों का परिचालन रुक गया. तो उसका बड़ा असर पटना समेत पूरे बिहार की जलवायु पर पड़ा है. पर्यावरण काफी शुद्ध हो गया है. विशेष रूप से हमेशा प्रदूषण के मानकोंं को लेकर खतरे के निशान पर आने वाला पटना वायु गुणवत्ता के मामले में पिछले 2 महीने से काफी बेहतर स्थिति में है. गुरुवार और शुक्रवार को भी वायु गुणवत्ता सूचकांक करीब सौ के आसपास रहा, जो बेहतर माना जाता है.
'प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना जरुरी'
बता दें कि आम दिनों में पटना की वायु गुणवत्ता 150 या इससे ऊपर देखी जाती है, जो प्रदूषण के बड़े स्तर को दर्शाता है, लेकिन पिछले 2 महीने में यह 50 से 100 के बीच रहा है, जो काफी बेहतर स्थिति है. इसी साल जनवरी महीने में पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 अंक तक पहुंच गया था. विभाग के सचिव दीपक कुमार सिंह ने लोगों को पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना है.