पटनाः बिहार विधानसभा का बजट आज से शुरू हो रहा है. ये सत्र 19 फरवरी से 24 मार्च तक चलेगा. इस दौरान विपक्ष ने सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है. विपक्ष के रवैये से साफ लग रहा है सत्र हंगामेदार होगा.
आरजेडी और वाम दलों के नेता सरकार को कानून-व्यवस्था, किसान और शिक्षक जैसे मुद्दों पर सदन के अंदर और बाहर घेरेंगे और जवाब मांगेंगे. वहीं सत्ता पक्ष भी पूरी तरह तैयार होने की बात कर रहा है. डिप्टी सीएम ने सदन को चलाने में विपक्ष से सहयोग की मांग की है.
"बिहार में नीतीश सरकार में लूट, हत्या जैसे अपराध चरम पर हैं. यहां जंगलराज ही नहीं महाजंगलराज की स्थिति है. ऐसे में हम सरकार से जवाब लेंगे, इसके साथ कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर सरकार को हम घेरेंगे." -ललित यादव, आरजेडी विधायक
"किसान, बेरोजगार और अपराध बड़े मुद्दे हैं. जिस पर हम सरकार का जवाब लेंगे." -अजय कुमार, माकपा विधायक
"विपक्ष ने तो कभी नहीं कहा कि सरकार काम कर रही है. लेकिन जो भी उनका सवाल होगा हम उसका जवाब देंगे. हम पूरी तरह से तैयार हैं." -श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री
"हमने विपक्ष से सहयोग की अपील की है सदन को सही ढंग से चलाने में" -तार किशोर प्रसाद, उपमुख्यमंत्री
19 फरवरी से 24 मार्च तक चलेगा बजट सत्र:
- बिहार विधानसभा का बजट सत्र 19 फरवरी से शुरू हो रहा है.
- 19 फरवरी को राज्यपाल दोनों सदनों के सदस्यों को संयुक्त रूप से सेंट्रल हॉल में संबोधित करेंगे.
- राज्यपाल का अभिभाषण 11:30 बजे से शुरू होगा.
- 19 फरवरी को ही आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जाएगी और शोक प्रस्ताव के बाद कार्यवाही स्थगित कर दी जाएगी.
- 22 फरवरी को बिहार का बजट सदन में रखा जाएगा. राज्यपाल के अभिभाषण पर भी चर्चा होगी.
- 23 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद सरकार का उत्तर होगा.
- 24 फरवरी को 2020 की द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणिका सदन पटल पर रखी जायेगी और उस पर चर्चा होगी.
- 25 फरवरी को बजट पर चर्चा के बाद सरकार का उत्तर होगा.
- 26 फरवरी को वित्तीय अनुपूरक व्यय विवरणिका पर चर्चा के बाद सरकार का उत्तर होगा और इससे संबंधित विनियोग विधेयक भी पेश किया जाएगा.
- 1 मार्च से 5 मार्च तक और फिर 8 मार्च से 10 मार्च तक विभिन्न विभागों के बजट पर चर्चा होगी.
- 12 मार्च को आय व्यय की मांगों पर वाद-विवाद और मतदान होगा.
- 15, 16 और 17 मार्च को भी आय-व्यय की मांग पर वाद-विवाद और सरकार का उत्तर होगा.
- इसके बाद गैर सरकारी संकल्प पर भी चर्चा होगी और सरकार की ओर से जो आवश्यक कार्य होगा उसे निपटाया जाएगा. इसमें कई विधेयक भी पेश किए जाएंगे.
- 19 फरवरी को छोड़कर सभी दिन प्रश्नकाल, शून्यकाल और ध्यानकर्षण में सदस्यों के सवाल होंगे. जिसका उत्तर संबंधित विभाग के मंत्री देंगे.
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विपक्ष सरकार की बढ़ाएगा मुश्किल
19 फरवरी से 24 मार्च तक विधानसभा का सत्र चलना है. जिस प्रकार से किसान से लेकर शिक्षकों के मुद्दे, भ्रष्टाचार और अपराध का मामला है. इन सब को लेकर विपक्ष सरकार की मुश्किल बढ़ा सकता है.