पटना: राजधानी में 1 मार्च को गांधी मैदान में जेडीयू का राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन था. जिसके लिए जदयू नेता विधायक मंत्रियों के यहां तैयारी काफी जोरों से चल रही थी. 1 दिन पहले सभी नेता अपने कार्यकर्ताओं को लेकर पटना पहुंच चुके थे और उनके रहने खाने की व्यवस्था अपने आवास पर की गई थी. कार्यक्रम में लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही थी. लेकिन कार्यकर्ता कम संख्या में पहुंचे और भारी मात्रा में खाने की बर्बादी हुई.
सीएम के संबोधन के दौरान कम दिखी भीड़
गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार के संबोधन के दौरान काफी जगह खाली दिखाई पड़ी. बहुत कम संख्या में कार्यकर्ता दिखे. कार्यक्रम में कार्यकर्ता कम संख्या में पहुंचे और इसी का परिणाम कई विधायक और मंत्रियों के यहां देखने को मिला. जहां विधायकों और मंत्रियों ने अपने उम्मीद के मुताबिक कार्यकर्ताओं के लिए भोजन तैयार करवाया. लेकिन कार्यकर्ता कम संख्या में पहुंचे जिस वजह से भारी मात्रा में खाना बर्बाद हो गया. विधायक आवास के 500 के मीटर के दायरे में बस्तियां हैं. लेकिन किसी ने भी यह कोशिश नहीं की कि खाने को बर्बाद होने से पहले स्लम में बांट दिया जाए.
भारी मात्रा में हुई खाने की बर्बादी
जेडीयू एमएलसी विंदेश्वरी यादव के यहां भी भारी मात्रा में खाना बर्बाद हुआ. कार्यक्रम खत्म होने के बाद विधायक आवास के कैंपस में ही मैदान पर बचे हुए खाने पीने के सामान फेंक दिए गए. 1 क्विंटल से ज्यादा पका चावल, भारी मात्रा में सब्जियां चटनी और दाल भी कैंपस में फेंक दिए गए. आश्चर्य की बात रही कि जो विधायक और मंत्री खाने की बर्बादी न करने की अपील करते रहते हैं. उन्हीं के यहां भारी मात्रा में खाने की बर्बादी की तस्वीरें देखने को मिली. भारी मात्रा में बचे हुए खाने को नए विधायक आवास के कैंपस में बीचो-बीच फेंक दिया गया है.