पटना: पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस की चपेट में है. इसको लेकर अब सभी देश सावधानी बरत रहे हैं. कोरोना वायरस को लेकर बिहार में भी अलर्ट जारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए उच्च स्तरीय सफाई व्यवस्था रखने की भी सलाह दी है.
राजधानी पटना की बात करें तो शहर की आबादी लगभग 11 करोड़ से ऊपर है. ऐसे में पटना शहर को साफ रखने का जिम्मा नगर निगम का होता है. लेकिन कोरोना वायरस को लेकर निगम ज्यादा सक्रिय नहीं दिख रहा है. इसका कारण निगम के पास संसाधनों का अभाव है. निगम प्रशासन भले ही लाख दावे कर रहा हो कि शहर में फॉगिंग के साथ लारवा मारने का छिड़काव किया जा रहा है. लेकिन निगम प्रशासन के दावे हवा हवाई साबित हो रहे हैं, क्योंकि निगम के पास फॉगिंग या लारवा मारने वाले केमिकल का ही अभाव है.
ईटीवी भारत ने लिया जायजा
ईटीवी भारत ने जब बांकीपुर अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया तो पता चला बांकीपुर अंचल कार्यालय में फॉगिंग कराने वाली मशीन खड़ी है. लेकिन यहां पर केमिकल ही नहीं है. इस विषय को लेकर ईटीवी भारत ने नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप चंद्रवंशी से बातचीत की. उन्होंने भी माना कि निगम के पास फॉगिंग कराने का ही केमिकल नहीं है. इंद्रदीप ने कहा कि उन्होंने नगर आयुक्त को सूचित किया है. लेकिन अभी तक स्टॉक में केमिकल नहीं है.
'सावधानी बरत रहा है प्रशासन'
केमिकल खत्म होने के बावजूद भी पटना नगर निगम के सशक्त स्थाई समिति के सदस्य का दावा है कि कोरोना को लेकर निगम प्रशासन सावधानी बरत रहा है. इंद्रदीप ने कहा कि सरकार से जो भी दिशा निर्देश मिल रहे हैं. निगम अपने सीमित संसाधनों में काम करने की जुगत में है. वहीं, पटना नगर निगम में काम करने वाले सफाई कर्मियों की सुरक्षा के लिए निगम प्रशासन उनके बीच मास्क का वितरण नहीं कर रहा है.
31 मार्च तक सभी स्कूल बंद
बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एडवाइजरी जारी कर चुके हैं. राज्य में 31 मार्च तक राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश भी जारी हो चुका है. साथ ही साफ-सफाई को लेकर सभी नगर निकाय को आदेश दिया गया कि शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखें. लेकिन पटना नगर निगम कोरोना वायरस से निपटने के लिए संसाधनों का अभाव साफ तौर पर देखा जा रहा है.