पटना: राजधानी में पिछले 24 घंटे में हुई 158 मिमी बारिश ने शहर को झील में बदल दिया है. मकान, दुकान, अस्पताल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे सब पानी में डूब गए हैं. यहां चारों तरफ सड़क पर दरिया बह रही है. आलम यह है कि सड़क पर गाड़ियां नहीं नाव चलने लगी है.
पटना में बाढ़ के बीच कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं. जिसमें जिंदगी के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीज अपने आपको बहुत जद्दोजहद के बाद सुरक्षित जगह पा रहे हैं. आलम यह है कि बाढ़ का पानी पटना के सभी अस्पतालों में भर गया है.
यह तस्वीर पटना के अस्पताल की हैं. अस्पताल में पानी इतना भर गया है कि ऊंचे बेंचों पर मरीजों को रखा जा रहा है. बेंच की नीचे 3 फीट से ज्यादा पानी जमा हुआ है. मरीज को ऊंची जगह ले जाया जा रहा है, लेकिन पानी इतना है कि स्ट्रैचर भी डूबने के कगार पर है.
घरों का तो हाल यह है कि ना खाने के लिए कुछ मिल रहा है और ना पीने के लिए. गैस पर खाना कहां बन पाएगा. जब कमरे में सिलेंडर पानी में डूब रहा है.
इन इलाकों में आई बाढ़
राजेंद्रनगर, कंकड़बाग, लंगर टोली, बहादुरपुर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, राजीवनगर, गर्दनीबाग, चांदमारी रोड, पोस्टल पार्क, इंदिरानगर, अशोक नगर, रामकृष्णानगर सहित तमाम इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
एनएमसीएच की इमरजेंसी में पानी घुस आया है. जिससे कई ऑपरेशन टालने पड़े. वहीं भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी, राजीव प्रताप रुडी, मंत्री प्रेम कुमार, नंद किशोर यादव आदि के घरों में भी बारिश का पानी जमा हैराज्य के लिए अगले 48 घंटे भी हैं मुसीबत भरे, पटना में 75 की बाढ़ जैसी स्थिति, सड़कों पर चली नाव कई कॉलोनी और मोहल्ले जलमग्न, छह फीट तक जलभराव है.