पटनाः गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी है. ऐसे में पटना और उसके आसपास के इलाको में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. कुछ ऐसा ही हाल है दानापुर दियारा क्षेत्र का है. जहां 6 पंचायतों में बाढ़ का पानी घुसने से अनुमंडल मुख्यालय से सभी पंचायतों का संपर्क टूट गया है. जिससे यहां के लोगों को काफि परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल प्रशासन की तरफ से इन क्षेत्रों के लिए माकूल व्यवस्था नहीं की गई है.
गांवों का पंचायत से संपर्क मार्ग टूटा
गंगा में बाढ़ आने से सबसे ज्यादा प्रभावित दानापुर का दियारा क्षेत्र है. क्षेत्र के कसीमचक,अकिलपुर, पतलापुर सहित कई गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ से कसीमचक, मानस, अकिलपुर और पतलापुर पंचायत का संपर्क मार्ग भी टूट गया है. जिससे यहां रहने वाले लोगों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है. बाढ़ का पानी भर जाने से स्कूली बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से जो व्यवस्था होनी चाहिए वह अभीतक नहीं हुई है.
घर में घुसा बाढ़ का पानी
वहीं, नीचले इलाके में बने घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक बाढ़ पीड़ित दियारा निवासी कौशल्या देवी का कहना है कि बाढ़ का पानी घर में घुस गया है. उसी में खाना बनाना पड़ रहा है. उन्होंने बताया की उसी घर में जरूरत के सभी सामान और मवेशी भी हैं.
'राहत पहुंचाने का काम शुरू'
एसडीओ अंशुल कुमार ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से गंगा के जलस्तर में वृद्धि है. जिससे दानापुर के दियारा क्षेत्र के कुछ गांव जलमग्न हुए हैं. उन्होंने कहा कि गांव के लिए प्रशासन की तरफ से तत्काल पांच नाव की व्यवस्था की गई है. साथ ही अन्य व्यवस्था पर काम जारी है. उन्होंने बताया कि 4 से 5 पंचायतों का संपर्क मार्ग टूटा है. वहां राहत पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है. गौरतलब है कि दानापुर के बाढ़ नियंत्रण कक्ष देवना नाले में जलस्तर 168 फुट मापा गया है. जो खतरे के निशान के करीब है. बहरहाल लगातार गंगा का पानी एक-एक कर दानापुर के कई गांवों को अपनी चपेट में ले रहा है.