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बक्सर में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी, रामरेखा घाट के विवाह मंडप तक पहुंचा पानी

बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से लोग डरने लगे हैं. रामरेखा घाट के पास बने मंडप तक पानी पहुंच गया है. इस कारण जिला प्रशासन के अधिकारियों की नींद उड़ गई है. पढ़ें पूरी खबर...

गंगा दियारा
गंगा दियारा
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Published : Oct 15, 2022, 9:40 AM IST

Updated : Oct 15, 2022, 11:52 AM IST

बक्सर: बिहार के बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा (Waterlevel increase In Ganga River Buxar) है. यहां रामरेखा घाट स्थित विवाह मंडप तक गंगा का पानी पहुंच गया है. इस कारण छठव्रतियों को इस साल परेशानियों का सामना पड़ सकता है. गंगा दियारा के लोग बाढ़ के खतरे से डरे सहमे हैं. इस कारण जिला प्रशासन के अधिकारियों के आंखों की नींद उड़ गई है.

यह भी पढ़ें- यहां महिलाएं नहीं सिर्फ पुरुष करते हैं छठ की पूजा

गंगा का जलस्तर बढ़ने से परेशान लोग: यहां जिले में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सभी घाटे पूरी तरह से बढ़ें हुए पानी में डूब गया है. जिससे अब जिले में बाढ़ सी हालात बनने लगे हैं. इसी कारण गंगा दियारा के लोग फिर से एक बार डरे सहमे हैं. केंद्रीय जल आयोग के कर्मियों की मानें तो अभी गंगा नदी का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. अगर यहीं हालत रहा तो गंगा का जलस्तर जल्द ही चेतावनी बिंदु तक पहुंच जाएगा.



छठ पूजा को लेकर घाटों से हटा दिया गया था सिल्ट: चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja Special 2022) में अब कुछ ही दिन का समय रह गया है. जिसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बाढ़ के कारण गंगा घाट पर लगे सिल्ट को पूरी तरह से हटा दिया गया था. लेकिन इस बार फिर से नदी के आसपास सिल्ट लगने की संभावना है. जिला प्रशासन ने व्रतियों के लिए घाटों की घेराबंदी भी शुरू कर दी थी. वहीं फिर अचानक गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से सब कुछ गंगा नदी में समाहित हो गया है. अधिकारियों की मानें तो 18-19 अक्टूबर तक गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की जानकारी थी. अचानक गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा इस बात का अनुमान नहीं लगाया गया था.

क्या कहते हैं स्थानीय?- गंगा नदी की बढ़ते जलस्तर ने छठ व्रतियों की चिंता बढ़ा दिया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दिनों के बाद कभी भी गंगा नदी का जलस्तर इतना नहीं बढ़ता था. जबकि पहली बार अक्टूबर महीने में बाढ़ सी हालात बनी है. यदि गंगा का जलस्तर नीचे चला भी जाता है तब भी छठ व्रतियों को इस साल काफी परेशानी का सामना करना होगा. क्योंकि पूरा गंगा घाट पर शिल्ट जमा हो जाएगा. साथ ही दलदल की स्थिति बनी रहेगी. विश्व प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर उत्तरायणी गंगा नदी में स्नान कर छठ व्रत करने के लिए उत्तरप्रदेश, झारखंड ,उड़ीसा, दिल्ली समेत कई राज्यों से लाखो श्रद्धालु पहुंचते है.

क्या कहते हैं अधिकारी: सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस बार छठ पूजा के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी. इस बार अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गये जिससे जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. यदि एक सप्ताह का समय प्रशासन को मिल जाए तब घाटों की साफ- सफाई से लेकर छठ व्रतियों के लिए सारे इंतजाम कर लिया जाएगा.

"छठ पूजा के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी. इस बार अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गये जिससे जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है."- धीरेंद्र मिश्रा, एसडीएम


बक्सर: बिहार के बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने लगा (Waterlevel increase In Ganga River Buxar) है. यहां रामरेखा घाट स्थित विवाह मंडप तक गंगा का पानी पहुंच गया है. इस कारण छठव्रतियों को इस साल परेशानियों का सामना पड़ सकता है. गंगा दियारा के लोग बाढ़ के खतरे से डरे सहमे हैं. इस कारण जिला प्रशासन के अधिकारियों के आंखों की नींद उड़ गई है.

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गंगा का जलस्तर बढ़ने से परेशान लोग: यहां जिले में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाने से सभी घाटे पूरी तरह से बढ़ें हुए पानी में डूब गया है. जिससे अब जिले में बाढ़ सी हालात बनने लगे हैं. इसी कारण गंगा दियारा के लोग फिर से एक बार डरे सहमे हैं. केंद्रीय जल आयोग के कर्मियों की मानें तो अभी गंगा नदी का जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. अगर यहीं हालत रहा तो गंगा का जलस्तर जल्द ही चेतावनी बिंदु तक पहुंच जाएगा.



छठ पूजा को लेकर घाटों से हटा दिया गया था सिल्ट: चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja Special 2022) में अब कुछ ही दिन का समय रह गया है. जिसके लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बाढ़ के कारण गंगा घाट पर लगे सिल्ट को पूरी तरह से हटा दिया गया था. लेकिन इस बार फिर से नदी के आसपास सिल्ट लगने की संभावना है. जिला प्रशासन ने व्रतियों के लिए घाटों की घेराबंदी भी शुरू कर दी थी. वहीं फिर अचानक गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से सब कुछ गंगा नदी में समाहित हो गया है. अधिकारियों की मानें तो 18-19 अक्टूबर तक गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने की जानकारी थी. अचानक गंगा नदी का जलस्तर बढ़ जाएगा इस बात का अनुमान नहीं लगाया गया था.

क्या कहते हैं स्थानीय?- गंगा नदी की बढ़ते जलस्तर ने छठ व्रतियों की चिंता बढ़ा दिया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दिनों के बाद कभी भी गंगा नदी का जलस्तर इतना नहीं बढ़ता था. जबकि पहली बार अक्टूबर महीने में बाढ़ सी हालात बनी है. यदि गंगा का जलस्तर नीचे चला भी जाता है तब भी छठ व्रतियों को इस साल काफी परेशानी का सामना करना होगा. क्योंकि पूरा गंगा घाट पर शिल्ट जमा हो जाएगा. साथ ही दलदल की स्थिति बनी रहेगी. विश्व प्रसिद्ध रामरेखा घाट पर उत्तरायणी गंगा नदी में स्नान कर छठ व्रत करने के लिए उत्तरप्रदेश, झारखंड ,उड़ीसा, दिल्ली समेत कई राज्यों से लाखो श्रद्धालु पहुंचते है.

क्या कहते हैं अधिकारी: सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस बार छठ पूजा के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी. इस बार अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गये जिससे जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है. यदि एक सप्ताह का समय प्रशासन को मिल जाए तब घाटों की साफ- सफाई से लेकर छठ व्रतियों के लिए सारे इंतजाम कर लिया जाएगा.

"छठ पूजा के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने लगभग सारी तैयारी पूरी कर ली गई थी. इस बार अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गये जिससे जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. छठ व्रतियों को किसी तरह की परेशानी ना हो इसे ध्यान में रखते हुए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है."- धीरेंद्र मिश्रा, एसडीएम


Last Updated : Oct 15, 2022, 11:52 AM IST
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