पटना: बिहार में बाढ़ का खतरा तेजी से मंडरा रहा है. बारिश के बाद बाढ़ और कटाव की स्थिति विकराल होती जा रही है. नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में दियारा इलाके जलमग्न हो रहे हैं.
मिथिलांचल, सीमांचल, चंपारण, कोसी और पूर्वी बिहार के जिलों की नदियों का जलस्तर लगातार वृद्धि हो रही है. प्रदेश की अधिकांश नदियां खतरे के निशान को पार कर गईं हैं. बागमती, कोसी, कमला, गंडक और गंगा के साथ-साथ सहयोगी नदियां भी उफान पर हैं. जिलों के 50 से 60 गांव जलमग्न हो चले हैं.
झमाझम बारिश से बदले हालात
नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र के साथ-साथ उत्तर बिहार में दो दिनों भारी बारिश हो रही है. ऐसे में बाढ़ और कटाव की स्थिति विकराल होती जा रही है. मुजफ्फरपुर के औराई-कटरा में तटबंध पर बागमती के बढ़े जलस्तर का भारी दबाव आ गया है.
![उफान पर नदियां (सारण)](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-sar-01-flood-of-water-story_12072020121340_1207f_00589_961.jpg)
वहीं, चंपारण, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी और शिवहर के निचले इलाकों में स्थिति विकट होती जा रही है. दियारा इलाकों के लोग बांध और एनएच जैसे ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं. मोतिहारी-शिवहर मार्ग और घनश्यामपुर-बाऊर सड़क पर चार से पांच फीट तक बाढ़ का पानी बह रहा है.
सुपौल में जलस्तर बढ़ा
सुपौल में पिछले दो दिनों से कोसी में ढाई लाख क्यूसेक पानी के डिस्चार्ज के बाद नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. तटबंध के अंदर बसे लगभग तीन दर्जन गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है.
गोपालगंज में गंडक उफान पर
गोपालगंज में वाल्मीकिनगर बराज से लगातार पानी छोड़े जाने से स्थिति गंभीर होती जा रही है. बाढ़ का पानी गोपालगंज सदर और बैकुंठपुर के बारह गांवों में घुस गया है. गंडक खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. जिले के डुमरिया घाट में गंडक 15 सेमी, पतहरा में 36 सेमी, मटियारी में 11 सेमी ऊपर बह रही है.
12 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
गोपालगंज सदर प्रखंड के जगीरी टोला, खाप मकसूदपुर, रामनगर, मलाही टोला, केरवनिया टोला, मंझरिया, टोला कीनूराम, पकड़िया और बैकुंठपुर के पकहा, शीतलपुर, खोम्हारीपुर और महरानी गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है.
![तेजी से बढ़ रहा जलस्तर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/br-sar-01-flood-of-water-story_12072020121340_1207f_00589_239.jpg)
एसएसबी सीमा पर घुसा पानी
चंपारण में वाल्मीकिनगर बराज से 2.51 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंडक का दबाव पीपरा-पिपरासी तटबंध पर बढ़ गया है. वाल्मीकिनगर के झंडाहवा टोला एसएसबी सीमा चौकी में बाढ़ का पानी घुस गया है.
बगहा में मसान नदी का कहर
बगहा के रामनगर के इनारबरवा बहुअरी में मसान नदी उफान पर है. रामनगर प्रखंड के सेरह्वा देवराज समेत बगहा के तमकुही सलहा में खेती की जमीन पर कटाव हो रहा है. रामनगर सीओ और बीडीओ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया है. जल संसाधन विभाग की ओर से बचाव राहत कार्य शुरू किया गया है.
30 हजार की आबादी परेशान
मोतिहारी में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण जिले से हो कर गुजरने वाली सभी नदियां उफान पर हैं. लाल बकया और बागमती के संगम वाले देवाघाट से हो कर मोतिहारी से शिवहर को जोड़ने वाली पथ पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है. जिसके कारण मोतिहारी का शिवहर से सम्पर्क भंग हो गया है.
सारण में अलर्ट
सारण में भी निचले इलाके के लोगों से डीएम ने अपील की है कि वैसे स्थान जो गंगा या गंडक के किनारे पर है वहां के लोग अलर्ट रहें. साथ ही डीएम ने बाढ़ नियंत्रण सह जल निरस्सरण प्रमंडल छपरा को निर्देश भी दे रखा है. सारण के मशरख, तरैया, पानापुर, परसा दरियापुर इलाके में सख्त अलर्ट जारी किया गया है.