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बिहार में बाढ़ का कहर जारी, 16 जिलों के 1165 पंचायतों में घुसा पानी

राज्य के 16 जिलों के 121 प्रखंडों में अभी भी बाढ़ का तांडव जारी है. इससे करीब 66.60 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर सीएम बाढ़ ग्रस्त एरिया का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिए हैं.

Flood havoc continues in Bihar
Flood havoc continues in Bihar
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Published : Aug 6, 2020, 1:37 PM IST

पटना: बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. राहत की बात है कि कुछ नदियों के जलस्तर में कमी हुई है लेकिन गंगा के जलस्तर में वृद्घि देखी जा रही है. गंगा नदी कहलगांव के पास खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है. राज्य की अन्य नदियां भी कई क्षेत्रों में अभी भी लाल निशान से ऊपर है.

इधर, राज्य के 16 जिलों के 121 प्रखंडों में अभी भी बाढ़ का तांडव जारी है, जिससे अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत और बचाव कार्य जारी रहने का दावा किया है. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बुधवार को दरभंगा और गोपालगंज बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है.

कोसी के जलस्तर में कमी
बिहार राज्य जल संसाधन विभाग के मुताबिक, कोसी के जलस्तर में कमी का ट्रेंड बना हुआ है. वीरपुर बैराज के पास गुरुवार को सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1.59 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1.58 लाख क्यूसेक हो गया.

गंडक नदी के जलस्तर में हल्की वृद्धि
गंडक नदी का जलस्तर में मामूली वृद्घि हुई है. गंडक का जलस्राव बाल्मीकिनगर बैराज पर सुबह छह बजे 1.21 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ़कर 1.24 लाख क्यूसेक पहुंच गया है. बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, घाघरा तथा गंगा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

66.60 लाख की आबादी प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार के 16 जिलों के कुल 121 प्रखंडों की 1165 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. इन क्षेत्रों में करीब 66.60 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. इन इलाकों में 8 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 12 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,379 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब दस लाख लोग भोजन कर रहे हैं.

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी
इन इलाकों में विभिन्न घटनाओं में 19 लोगों की मौत हुई है, इसमें सबसे अधिक सात लोगों की मौत दरभंगा जिले में हुई है. इस बीच 21 पालतू पशुओं की भी मौत हो गई है. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं. अब तक 4,80,884 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है.

225 करोड़ रुपये की भेजी गई राशि
बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युटी रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है. अभी तक 3,75,547 परिवारों के बैंक खाते में कुल 225 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बुधवार को बाढ़ प्रभावित दरभंगा और गोपालगंज जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और दरभंगा के एक राहत केंद्र का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए.

पटना: बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. राहत की बात है कि कुछ नदियों के जलस्तर में कमी हुई है लेकिन गंगा के जलस्तर में वृद्घि देखी जा रही है. गंगा नदी कहलगांव के पास खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है. राज्य की अन्य नदियां भी कई क्षेत्रों में अभी भी लाल निशान से ऊपर है.

इधर, राज्य के 16 जिलों के 121 प्रखंडों में अभी भी बाढ़ का तांडव जारी है, जिससे अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने राहत और बचाव कार्य जारी रहने का दावा किया है. इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बुधवार को दरभंगा और गोपालगंज बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया है.

कोसी के जलस्तर में कमी
बिहार राज्य जल संसाधन विभाग के मुताबिक, कोसी के जलस्तर में कमी का ट्रेंड बना हुआ है. वीरपुर बैराज के पास गुरुवार को सुबह छह बजे कोसी का जलस्तर 1.59 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे घटकर 1.58 लाख क्यूसेक हो गया.

गंडक नदी के जलस्तर में हल्की वृद्धि
गंडक नदी का जलस्तर में मामूली वृद्घि हुई है. गंडक का जलस्राव बाल्मीकिनगर बैराज पर सुबह छह बजे 1.21 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ़कर 1.24 लाख क्यूसेक पहुंच गया है. बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, घाघरा तथा गंगा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

66.60 लाख की आबादी प्रभावित
आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बिहार के 16 जिलों के कुल 121 प्रखंडों की 1165 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हुई हैं. इन क्षेत्रों में करीब 66.60 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. इन इलाकों में 8 राहत शिविर खोले गए हैं, जहां 12 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं. इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित इलाकों में कुल 1,379 सामुदायिक रसोई घर चलाए जा रहे हैं, जिसमें प्रतिदिन करीब दस लाख लोग भोजन कर रहे हैं.

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी
इन इलाकों में विभिन्न घटनाओं में 19 लोगों की मौत हुई है, इसमें सबसे अधिक सात लोगों की मौत दरभंगा जिले में हुई है. इस बीच 21 पालतू पशुओं की भी मौत हो गई है. सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हैं. अब तक 4,80,884 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकालकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है.

225 करोड़ रुपये की भेजी गई राशि
बाढ़ प्रभावित प्रत्येक परिवार को ग्रेच्युटी रिलीफ के अंतर्गत 6,000 रुपये की राशि दी जा रही है. अभी तक 3,75,547 परिवारों के बैंक खाते में कुल 225 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. ऐसे परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बुधवार को बाढ़ प्रभावित दरभंगा और गोपालगंज जिले के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और दरभंगा के एक राहत केंद्र का जायजा लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई निर्देश दिए.

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