पटना: बिहार से विदेश जाने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी (People Go Abroad From Bihar) हो रही है. साल 2022 में रिकॉर्ड 60,945 लोग यहां से विदेश गए हैं. खास तौर पर बिहारियों के लिए खाड़ी देश काफी पसंदीदा है. विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बिहार से सबसे अधिक गोपालगंज से लोग 2022 में विदेश गए हैं. उसके बाद सिवान और तीसरे नंबर पर मधुबनी और पश्चिमी चंपारण से सबसे अधिक लोग खाड़ी देश गए हैं. इनमें ज्यादातर लोग सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात, कुवैत, कतर, ओमान, बहरीन, मलेशिया, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, लेबनान, सूडान, सीरिया, थाईलैंड और यमन की ओर जाते हैं.
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पासपोर्ट कार्यालय ने दी जानकारी: पासपोर्ट कार्यालय के अनुसार विदेश मंत्रालय की ओर से जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक 2018 में 59,181 लोग बिहार से विदेश गए, 2019 में यह संख्या घटकर 55423 हो गई. कोरोना के समय 2020 और 2021 में जनसंख्या काफी घट गई क्योंकि इन दो सालों में कोरोना महामारी का प्रचंड प्रकोप था. जबकि अब करीब पांच सालों के बाद यह संख्या बढ़कर 60,000 से भी अधिक हो गया है. वहीं बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश, झारखंड और बंगाल में सबसे अधिक संख्या में लोग उत्तर प्रदेश के अधिक संख्या में लोग हैं. उसके बाद बिहार के लोग विदेश की ओर जाते हैं.
बिहार से 5 सालों में विदेश जाने वाले लोगों की संख्या: साल 2018 में 59,181लोग, 2019 में 55,423 लोग, 2020 में 13,911 लोग, 2021 में 24,526लोग और वहीं 2022 में 60,945 लोग बिहार से विदेश गए थे.
बिहार के प्रमुख जिलों से विदेश जाने वाले लोगों की संख्या: गोपालगंज से 8751 लोग, सिवान 8310 लोग, पटना से 6993 लोग,मधुबनी से 4389 लोग,पश्चिम चंपारण से 4262 लोग,पूर्वी चंपारण से 3657 लोग,पूर्णिया से 2846 लोग,सारण से 2272 लोग, किशनगंज से 2232 लोग,सीतामढ़ी से 2112 लोग, मुजफ्फरपुर से 1917 लोग,अररिया से 1586 लोग,सुपौल से 1318 लोग विदेश गए थे.
गोपालगंज के लोग पहले नंबर पर: हर साल गोपालगंज, सिवान, पटना और चंपारण के साथ सीमांचल के जिलों से ही सबसे अधिक संख्या में लोग विदेश जाते हैं. बिहार से विदेश जाने वाले लोगों की पहली पसंद खाड़ी देश होता है. बिहार में लोग मदद के लिए पटना, गया, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा प्रमंडल में कार्यक्रम भी लगाए जा रहे हैं. विदेश जाने वाले कामगारों को विशेष रूप से ट्रेनिंग दी जा रही है.