पटना: कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में बिहारवासियों को कोरोना की एक और वैक्सीन मिलने जा रही है. रूसी वैक्सीन (Russia Vaccine) स्पूतनिक वी (Sputnik V Vaccine) की 50 हजार डोज की पहली खेप मंगलवार शाम तक पटना पहुंचेगी. ये वैक्सीन कोरोना वायरस (Covid-19) के खिलाफ 90 फीसदी से ज्यादा कारगर है. यह वैक्सीन सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर नहीं लगाई जाएगी और ना ही फ्री होगी.
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बता दें कि इस वैक्सीन के लिए भी रजिस्ट्रेशन और स्लॉट बुक करने का तरीका वहीं रहेगा, जो कोविशील्ड या कोवैक्सीन ( Covishield or Covaxin ) के लिए है. यानी स्पूतनिक वी टीका लगवाने के लिए पहले उमंग एप ( Umang App ), आरोग्य सेतु एप ( Arogya Setu App ), कोविन एप ( CoWIN App ) या कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन ( Registration on Cowin Portal ) करवाना होगा और फिर टीके का स्लॉट बुक करना होगा. वहीं, इस वैक्सीन को लेने के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा और यह अनुमति प्राप्त निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध रहेगी.
सिविल सर्जन कार्यालय से स्पूतनिक वैक्सीन की आपूर्ति कोरोना टीकाकरण के लिए मान्यता प्राप्त प्राइवेट अस्पतालों के पास की जाएगी. जानकारी के अनुसार, कंपनी के द्वारा इसका अधिकतम मूल्य 1127 रुपये निर्धारित किया गया है.
वैक्सीन की कीमत के अलावा लगेंगे चार्ज?
भारत में कोविशिल्ड और कोवैक्सीन के बाद स्पूतनिक वी दी जाने वाली तीसरी वैक्सीन है. इस तीसरे वैक्सीन को सरकारी टीकाकरण अभियान का हिस्सा नहीं बनाया गया है. इसे बाजार में उपलब्ध कराया जायेगा और यहां से सिविल सर्जन अपनी निगरानी में इसे प्राइवेट अस्पतालों में भेजेंगे. निजी अस्पताल इसे खरीदेगी और वैक्सीन की कीमत के अलावा 150 रुपये सर्विस चार्ज भी ले सकेंगे.
हैदराबाद में दीपक ने लिया था सबसे पहले टीका
देश में सबसे पहले स्पूतनिक वी का टीका हैदराबाद के दीपक को दिया गया था. उन्हें यह टीका हैदराबाद में लगाया गया था. बता दें कि दीपक सप्रा डॉ. रेड्डी लोबोरेटरीज के कस्टम फार्मा सर्विस के ग्लोबल हेड हैं.
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भारत में कहां तैयार हो रहा है स्पूतनिक
दरअसल, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रूसी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है. भारत में डॉ. रेड्डीज लैबोरेट्रीज स्पूतनिक वी वैक्सीन का निर्माण कर रही है. इस टीके को कंपनी के हैदराबाद और विशाखाट्टनम स्थित प्लांट में तैयार किया जा रहा है. इस वैक्सीन को 13 अप्रैल को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी गई थी. इसकी प्रभावशीलता 91 फीसदी होने का दावा किया गया है.
अगस्त 2020 में हुई तैयार
पिछले वर्ष अगस्त में रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने यह ऐलान अमेरिका से लेकर ब्रिटेन का चौंका दिया था कि उनके देश ने दुनिया की पहली कोविड वैक्सीन तैयार कर ली है. पुतिन ने दुनिया को बताया था कि उनकी बेटी को वैक्सीन की डोज दी गई है. इसके बाद अक्टूबर 2020 में रूस ने अपने देश में वैक्सीनेशन ड्राइव को लॉन्च कर दिया था. पुतिन ने पिछले वर्ष वैक्सीन के बारे में ऐलान करते हुए कहा था कि जल्द ही देश भर में वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
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