पटना : कटिहार के क्वारंटाइन सेंटर से भागे 20 लोगों पर बिहार पुलिस लॉकडाउन उल्लंघन मामले में एफआईआर कर उन पर कड़ी कार्रवाई करेगी. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने हाथ जोड़कर सभी लोगों से अपील किया कि सरकार के साथ-साथ पुलिस की भी मदद करें. साथ ही उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर से भागे लोगों के परिवार से अपील किया कि उन लोगों को घर में घुसने ना दिया जाए. खुद के साथ-साथ वह अपने परिवार को भी खतरे में डाल सकते हैं.
'परिवार और समाज को खतरे में डाल रहे है भागे हुए लोग'
बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार के गाइडलाइन के अनुसार राज्य सरकार के अनुरोध पर दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर और छात्रों को वापस लाना संभव हो पाया है. यह बहुत ही निंदनीय है कि क्वारंटाइन सेंटर से लोग भाग जा रहे हैं. जो लोग भागे हैं उन पर पुलिस एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करेगी. साथ ही उन्होंने उनके परिवार वालों से अपील किया कि वह लोग भागकर खुद के साथ-साथ अपने परिवार और समाज को भी खतरे में डाल रहे हैं.
बिना क्वारंटाइन किए घुसने ना दें किसी व्यक्ति को गांव में - डीजीपी
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि जो भी मजदूर दूसरे राज्यों से वापस आ रहे हैं. सरकार उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखने के पश्चात ही उन्हें घर जाने देने की इजाजत देगी. सभी भागे लोगों के परिवार के साथ-साथ समाज वालों से हम हाथ जोड़ कर अपील करते हैं कि कोई भी व्यक्ति जो बाहर से आने वाला है, उन्हें अपने गांव, मोहल्ले, टोले और घरों में बिना क्वारंटाइन किए हुए उन्हें घुसने ना दें.
'सरकार मेहमान की तरह कर रही है स्वागत'
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बाहर से आ रहे मजदूरों के लिए सरकार उन्हें मेहमान की तरह स्वागत कर रही है. उनके खाने-पीने और रहने के लिए लगातार सरकार प्रयास कर रही है कि उन्हें किसी भी चीज की असुविधा महसूस ना हो. सरकार ने अपने खाते से अब तक 200 करोड़ रुपए प्रवासी मजदूरों के साथ-साथ आम जनता के खातों में डाल दिया है. फिर भी लोग खुद के साथ-साथ अपने परिवार को खतरे में डालने से परहेज नहीं कर रहे हैं.