पटना: राजधानी पटना से सटे बिहटा में धान की खरीदारी (Paddy Shopping in Bihta) की गति धीमी होने से किसान धान नहीं बेच पा रहे हैं. जिससे धान की तैयार फसल खेत और खलिहानों में खुले आसमान के नीचे पड़ी है. अगर पैक्स के द्वारा जल्द खरीदारी नहीं की गयी तो सैकड़ों किसानों की फसले बर्बाद हो जाएंगी. हालंकि सरकार ने इस साल धान का समर्थन मूल्य 1925 रुपए तय किया है. लेकिन धान की धीमी खरीदी प्रक्रिया से निराश (Paddy Farmers Upset in Bihta) होकर किसान अपने धान को बिचौलयों को बेचने को मजबूर हो रहे हैं.
ये भी पढ़ें- धान की खरीदारी नहीं होने से किसान परेशान, बाजार में औने-पौने दाम पर लुट रही खून-पसीने से उगाई फसल
किसानों का कहना है कि अगर सरकार के इस ढुलमूल रवैये से हजारों क्विंटल धान की फसल इस साल बर्बाद हो जायेगी. अगर जल्द कुछ निर्णय नहीं लिया जाता तो वे चक्का जाम कर आंदोलन करेंगे. कई किसानों ने आत्महत्या तक कि चेतावनी दी है. उनका कहना है कि धान की लेट खरीद की प्रक्रिया का असर अगले गेहूं की फसल पर पड़ेगा. खरीदी नहीं होने से किसानों के पास बीज के लिए पैसे नहीं हैं और गेहूं की बुआई का समय निकला जा रहा है.
स्थानीय किसान मारुत नंदन और शुलु यादव ने कहा कि इस बार बिहार सरकार के फैसले से किसानों को काफी नुकसान हो सकता है. अभी किसानों की धान की खरीदारी पैक्स द्वारा नहीं की गयी है. इसके अलावा धान को बोरे में पैक करने को लेकर बोरा भी नही दिया गया है. इस बार सरकार की तरफ से धान खरीदारी को लेकर दाम भी काफी कम लगाया गया है. जिसके कारण सभी लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ेगा. सरकार का यही रवैया रहा तो किसान अपना धान बिचौलियों को देने को मजबूर होंगे.
ये भी पढ़ें- बिहार में MSP की जमीनी हकीकत, तय कीमत से कम दाम में धान बेच रहे किसान
ऐसी ही विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP