पटना: मसौढ़ी में नीलगाय खेत में लहराती फसलों को बर्बाद कर रही हैं. नीलगाय झुंड में पहुंचकर खेत में लगी फसल को भारी नुकसान पहुंचा रही है. इनके आतंक से किसान कई फसलों को बोना छोड़ दिए हैं.
फसल को निवाला कर रहे हैं नीलगाय
किसानों की माने तो फसलों को फूल तैयार होता भी नहीं है कि नीलगाय का निवाला बन जाता है. खाने से ज्यादा इनके पैरों से फसल की बर्बादी हो रही है. फसल को बचाना है तो किसानों को अपने खेतों में जाल लगाकर और जागरण कर फसल को बचाने की मजबूर हो गए है. तभी फसल बच पाएगी अन्यथा फसल बचाना मुश्किल हो गया है.
नीलगाय से परेशान किसान
वन्य प्राणी होने की वजह से नीलगाय को कोई मार नहीं सकता है. ऐसे में आखिर किसान करे तो क्या करें ? बताया जाता है कि यह समस्या किसी एक गांव के किसान की नहीं है बल्कि मसौढ़ी अनुमंडल के विभिन्न गांव में हैं. नीलगाय सब्जी की खेती और इन दिनों धान की फसल को बर्बाद कर रही है.
प्रशासन ने अभी तक लिया सुध
नीलगाय के आतंक से मसौढ़ी अनुमंडल के विभिन्न गांव में किसानों की परेशानी बढ़ गई है. वन विभाग से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगा कर थक चुके है. बावजूद अभी तक किसानों को इससे कोई राहत नहीं मिल पाया है.
धनरूआ के नदवां में इन दिनों ज्यादातर नीलगाय देखने को मिल रही है. जहां सैकड़ो की संख्या मे नीलगाय झूंड के झूंड देखने को मिल रही है.