पटना: तीनों कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान संघर्ष समन्वय समिति ने काला दिवस मनाया. इस अवसर पर बिहटा स्थित राघोपुर के स्वामी सहजानंद सरस्वती आश्रम में उनकी प्रतिमा के सामने किसानों ने शांति तरीके से धरना प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग की.
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किसानों ने किया प्रदर्शन
धरना की अध्यक्षता कर रहे किसान नेता गिरेंद्र नारायण शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानून लाकर किसानों को बर्बाद करने का काम किया है. यह कानून किसान हित में नहीं है, इसे जबरदस्ती थोपा जा रहा है. इससे निजी कंपनी एवं मुनाफाखोरी करने वालों को फायदा होगा.
वहीं, इस धरना प्रदर्शन में जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के युवा प्रदेश महासचिव व प्रवक्ता रजनीश कुमार तिवारी भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि देशव्यापी किसानों के आंदोलन में जन अधिकार पार्टी उनका समर्थन कर रही है. पूरे बिहार भर में जाप पार्टी की ओर से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने एवं पूर्व सांसद श्री पप्पू यादव की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है.
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किसान लगातार कर रहे हैं प्रदर्शन
गौरतलब है कि कोरोना काल में पिछले साल जून 2020 में नए तीनों कृषि कानून के पास होने के बाद से दिल्ली और आसपास के इलाकों से किसानों ने तीनों काला कृषि कानून को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था. जो अभी भी जारी है. जिसको लेकर 26 मई को सभी किसान संगठन के आवाहन पर पूरे देश और प्रदेश में दिन काला दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. जिसका असर बिहटा में भी देखने को मिला.