पटना: प्रदेश में बारिश के चलते आयी भीषण बाढ़ (Flood) ने फसलों को बर्बाद कर दिया. वहीं, अब राजधानी पटना समेत प्रदेश भर के किसान (Farmer) यूरिया की किल्लत (Shortage of Urea) से जूझ रहे हैं. खाद की कमी से बची हुई फसलें बर्बादी के कगार पर हैं. जिससे परेशान मसौढ़ी के किसानों ने गुरुवार को मसौढ़ी-पालीगंज मार्ग को जामकर घंटों आगजनी की. उन्होंने डीलरों पर प्रशासन की मिलीभगत से खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाया.
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बता दें कि पटना के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों खाद की काफी ज्यादा किल्लत हो गई है. जिसको लेकर किसान परेशान और हताश है. किसानों को आस है कि जो फसलें बाढ़ में चौपट होने से बच गयी थी, उससे घर का खर्च निकल जाएगा. जिसके लिए उन्हें यूरिया की आवश्यकता है. लेकिन यूरिया नहीं मिलने से किसानों में आक्रोश है और वे चिंतित हैं. जिसको लेकर किसानों ने सड़क जाम कर दिया और आगजनी करते हुए जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने कालाबाजारी बंद कराने और जल्द खाद उपलब्ध कराने की मांग की. ताकि बची हुई फसलों को बचाया जा सके.
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'पूरे क्षेत्र के किसान खाद के त्राहिमाम कर रहे हैं. जो खाद के लाइसेंस धारी हैं, वे 266 की खाद को 600 रुपये में घर तक पहुंचा दे रहे हैं. जिनको लाइसेंस मिला है वो अपने रिश्तेदारों को बुलाकर यूरिया ऑटो से रात में लदाकर कालाबाजारी के लिए भेज दे रहे हैं.' -जयप्रकाश यादव, किसान
'दो दिन तक क्षेत्र में अभी खाद की परेशानी होगी. दो दिन बाद खाद की रैक आ जाएगी तो किसानों को यूरिया उपलब्ध होगी' -मोहम्मद शकील अहमद खान, कृषि पदाधिकारी