पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) के बाहर बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे हैं. जहां एक बार फिर मुजफ्फरपुर की खुशी की बरामदगी को लेकर सीएम से मुलाकात के लिए उनका पूरा परिवार पहुंचा है. लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं होने पर परिवार के सभी सदस्य जनता दरबार के बाहर अनशन पर बैठ गए.
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दरअसल जनता दरबार के शुरू में भी खुशी की बरामदगी के लिए पूरा परिवार मुख्यमंत्री से गुहार लगाने पहुंचा था. आज एक बार फिर से पूरा परिवार मुख्यमंत्री से मिलने के लिए अनशन पर बैठ गया है. ढाई महीने रजिस्ट्रेशन को हो चुका है. लेकिन अभी तक जनता दरबार के लिए बुलावा नहीं आया है. फरवरी में खुशी का अपहरण हुआ था. अभी तक बरामदगी नहीं हो सकी है. पिता राजन साह का कहना है कि अगर अनशन पर से उठाने की कोशिश की जाएगी तो हम लोग गंगा में डूबकर आत्महत्या कर लेंगे.
5 वर्षीय खुशी जिसका फरवरी में अपहरण हो गया था. मुजफ्फरपुर में उसकी मां मेनका देवी का रो-रोकर बुरा हाल है. जनता दरबार के बाहर आज एक बार फिर से खुशी की सकुशल बरामदगी के लिए अपने तीन बच्चों और पति के साथ अनशन पर बैठी हैं. खुशी की मां का कहना है कि जब तक मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जाएगा अनशन जारी रहेगा.
'हर जगह गुहार लगा चुके हैं. लेकिन बच्ची की बरामदगी नहीं हुई है. आरोपी को जरूर जेल में रखा गया है. लेकिन वह कुछ बता नहीं रहा है. और पूरे मामले में कहीं ना कहीं प्रशासन की मिलीभगत है'- मेनका देवी, खुशी की मां
'ढाई महीना रजिस्ट्रेशन को हो गया. लेकिन मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अब तक बुलावा नहीं आया है और इसलिए मुख्यमंत्री से मिलने के लिए हम लोग आए हैं और अनशन पर बैठे हैं '. राजन साह, खुशी के पिता
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बता दें कि राजन साह सब्जी की दुकान चलाते हैं और उसी से परिवार का गुजारा होता है. पटना से मुजफ्फरपुर अपनी बच्ची की बरामदगी के लिए अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं. स्थानीय विधायक और मंत्रियों से भी और अब मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले में सीबीआई जांच कराने की मांग करना चाहते हैं. जिससे बच्ची की सकुशल बरामदगी हो सके.