पटना: रामकृष्णानगर थाना क्षेत्र में नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है. ड्रग विभाग और पटना पुलिस की टीम ने फैक्ट्री पर छापेमारी कर नकली दवा बनाने का कच्चा माल और उसके रैपर के साथ निर्मित दवाई का खाली और भरा हुआ डब्बा बरामद किया है. इसके साथ ही पटना पुलिस की टीम ने सीलिंग मशीन भी बरामद किया है.
10 लाख से ऊपर है बरामद दवाओं की कीमत
दरअसल राम कृष्णा नगर के जकरियापुर अंबिका कॉलोनी में गुरुवार को छापेमारी उद्योग विभाग की टीम ने कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. जो दवाई यहां से मिली है, उनमें आयुर्वेदिक, एलोपैथिक और यूनानी दवाएं हैं. इनमें सर्वाधिक कैप्सूल पेन किलर के बताए गए हैं. बरामद दवाओं की कीमत 10 लाख से ऊपर की बताई गई है.
15 से 20 बड़ी कंपनियों की नकली दवाएं की गई बरामद
फैक्ट्री से पुलिस ने न्युमोस्लाइड नामक दवा बरामद की है, जो एक्सपायर हो चुकी थी. लगभग 15 से 20 बड़ी कंपनियों की नकली दवाएं इस फैक्ट्री से बरामद की गई है. दवा माफिया इस फैक्ट्री में महंगी दवाओं का निर्माण भी किया करते थे. जिसे रिटेलर को वह सस्ते दाम में बेचा करते थे. इस धंधे का मुख्य आरोपी वाल्मीकि प्रसाद बताया गया है. सूत्रों के मुताबिक हाल ही में उसने 4 करोड़ की जमीन खरीदी है. इसके साथ ही उसने राम कृष्णा नगर इलाके में भी 40 लाख की एक जमीन खरीदी है. वहीं वाल्मीकि प्रसाद का बोरिंग रोड में भी एक मेडिकल की दुकान है.
फैक्ट्री का मालिक मौके पर से हुआ फरार
ड्रग इंस्पेक्टर मोहम्मद कयूमउद्दीन अंसारी ने बताया की फैक्ट्री से जो दवाएं बरामद की गई हैं, वह नकली है. बरामद सारी दवाएं कदम कुआं चूड़ी मंडी के रहने वाले वाल्मीकि प्रसाद की बताई गई है. फैक्ट्री और गोदाम राम कृष्णा नगर थाना क्षेत्र के अंबिका कॉलोनी के स्वर्गीय राजकुमार उर्फ रुदल के मकान के ग्राउंड फ्लोर पर चल रहा था. छापेमारी की भनक लगते ही फैक्ट्री का मालिक मौके पर से फरार हो गया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इसके साथ ही विभाग की टीम को यह भी सूचना मिली है कि यह नकली दवाएं दूसरे राज्यों में भी सप्लाई की जाती थी. पुलिस पता लगा रही है कि यह दवाएं किन किन राज्यों में सप्लाई की जाती थी. मिली जानकारी के अनुसार यह फैक्ट्री वर्ष 2017 से इस इलाके में चल रही थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.