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बदलते मौसम में कितना घातक है कोरोना? सर्दी-खांसी होने पर क्या करें? सब कुछ समझिए EXPERT से.. - डॉ. दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन

बदलते मौसम में वायरस रेप्लीकेशन और म्यूटेशन में काफी मदद मिलती है. कोरोना संक्रमण के दौर में सर्दी, खांसी और जुकाम की आम समस्या लोगों की चिंता बढ़ा देती है. चिंता तब और ज्यादा बढ़ जाती है, जब बिना लक्षण वाले लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं.

डॉ. दिवाकर तेजस्वी
डॉ. दिवाकर तेजस्वी
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Published : Apr 23, 2021, 11:11 PM IST

पटनाः बिहार में इन दिनों मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है. बिहार के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई. ऐसे मौसम में लोगों को सर्दी, खांसी और जुकाम की समस्या काफी अधिक होती है. लोग बिना डॉक्टर के परामर्श के ही दवाई ले लेते हैं.

डॉ. दिवाकर तेजस्वी, एक्सपर्ट
डॉ. दिवाकर तेजस्वी, एक्सपर्ट
"जब मौसम में वेरिएशंस काफी अधिक होते हैं, तो वह समय वायरस के लिए काफी अनुकूल होता है. अभी जिस तरीके से मौसम में वेरिएशन हो रहे हैं. वायरस के रेप्लीकेशन और म्यूटेशन में काफी मदद हो रही है. मौसम के एक्यूट टेंपरेचर में अधिक उतार-चढ़ाव के कारण ऐसे वायरस काफी एक्टिव हो जाते हैं. और जिस तरीके से कोरोना संक्रमण काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, ऐसे समय में यदि किसी को खांसी, सर्दी या बुखार हो तो लोगों को डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है. लोग डॉक्टर के परामर्श के बाद ही दवा लें. समस्या होने पर कोरोना जांच कराएं. जांच रिपोर्ट आने तक खुद को घर पर ही आइसोलेट कर लें.''- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन
देखें वीडियो

"अभी देखा जा रहा है कि 30 से 40% कोरोनावायरस मित्र मरीज ऐसे हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं है. और कई लोग हल्के से खांसी सर्दी और बुखार के बाद ठीक हो जाते हैं. अभी के समय है जो सामान्य इंफेक्शन है, वह भी काफी खतरनाक हो सकता है. इसलिए थोड़ी भी समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श लें. ज्यादातर केस में यह देखा गया है कि 100% में 30 से 40% लोग घर पर ही दवा खाकर ठीक हो जाते हैं. लोगों को बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोग कोविड प्रोटोकॉल का जरूर पालन करें. मास्क और सैनिटाइजर का जरूर इस्तेमाल करें."-डॉ. दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन

पटनाः बिहार में इन दिनों मौसम में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है. अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच चुका है. बिहार के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई. ऐसे मौसम में लोगों को सर्दी, खांसी और जुकाम की समस्या काफी अधिक होती है. लोग बिना डॉक्टर के परामर्श के ही दवाई ले लेते हैं.

डॉ. दिवाकर तेजस्वी, एक्सपर्ट
डॉ. दिवाकर तेजस्वी, एक्सपर्ट
"जब मौसम में वेरिएशंस काफी अधिक होते हैं, तो वह समय वायरस के लिए काफी अनुकूल होता है. अभी जिस तरीके से मौसम में वेरिएशन हो रहे हैं. वायरस के रेप्लीकेशन और म्यूटेशन में काफी मदद हो रही है. मौसम के एक्यूट टेंपरेचर में अधिक उतार-चढ़ाव के कारण ऐसे वायरस काफी एक्टिव हो जाते हैं. और जिस तरीके से कोरोना संक्रमण काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है, ऐसे समय में यदि किसी को खांसी, सर्दी या बुखार हो तो लोगों को डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है. लोग डॉक्टर के परामर्श के बाद ही दवा लें. समस्या होने पर कोरोना जांच कराएं. जांच रिपोर्ट आने तक खुद को घर पर ही आइसोलेट कर लें.''- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन
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"अभी देखा जा रहा है कि 30 से 40% कोरोनावायरस मित्र मरीज ऐसे हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं है. और कई लोग हल्के से खांसी सर्दी और बुखार के बाद ठीक हो जाते हैं. अभी के समय है जो सामान्य इंफेक्शन है, वह भी काफी खतरनाक हो सकता है. इसलिए थोड़ी भी समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श लें. ज्यादातर केस में यह देखा गया है कि 100% में 30 से 40% लोग घर पर ही दवा खाकर ठीक हो जाते हैं. लोगों को बिल्कुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है. कोरोना संक्रमण के इस दौर में लोग कोविड प्रोटोकॉल का जरूर पालन करें. मास्क और सैनिटाइजर का जरूर इस्तेमाल करें."-डॉ. दिवाकर तेजस्वी, फिजीशियन

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