पटनाः बिहार में कोरोना महामारी के बीच राजनीति की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है. जहां अनलॉक-1 लागू किया गया है. तो वहीं बिहार की सियासत भी अनलॉक हो गई है. बिहार चुनाव को लेकर राजनीतिक दल अपनी जमीन मजबूत करने के लिए मैदान में उतर रहे हैं. रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वर्चुअल रैली कर 'बिहार जन संवाद' कार्यक्रम को संबोधित किया. इस रैली में उन्होंने आरजेडी को चैलेंज दिया. इस बाबत, ईटीवी भारत ने आरजेडी विधायक विजय प्रकाश से बात की.
पूर्व श्रम संसाधन मंत्री ने अमित शाह के चैलेंज पर कहा कि पूरे देश और बिहार में पलायन की जो स्थिति है, वो बदतर है. उन्होंने कहा कि आरजेडी के शासन काल को सिर्फ बदनाम किया जा रहा है. लालू यादव के 15 साल के शासन काल को बदनाम किया जा रहा है. आरजेडी विधायक ने कहा कि 15 साल पहले सिर्फ 5 लाख लोग पलायन करते थे. लेकिन नीतीश सरकार में 30 से 40 लाख लोग बिहार के बाहर जा रहे हैं. नीतीश जी का जनता ने भरपूर समर्थन किया बावजूद इसके इन्होंने कुछ नहीं किया. न रोजगार दिया और न ही आने वाले प्रवासी मजदूरों को आर्थिक सहयोग.
पुलिस मुख्यालय के पत्र से लगातार घेर रही आरजेडी
वहीं, विजय प्रकाश ने पुलिस मुख्यालय से जारी हुए पत्र को लेकर कहा कि बिहार सरकार मजदूरों को अपराधी साबित कर रही है. उनसे जब ये सवाल किया गया कि वो भी बिहार के श्रम मंत्री रहे हैं. लालू यादव के शासन काल से पलायन शुरू हुआ तो रुका नहीं. ऐसे में आप पर ही आरोप लगता है. इस बाबत विजय प्रकाश ने कहा कि लालू यादव जी के शासन काल में महज 5 से 7 लाख लोगों ने पलायन किया. लेकिन नीतीश सरकार में यह आंकड़ा 30 लाख हो गया. इन्होंने न तो चीनी मिल खोली न कोई उद्योग लगाया.
सुषमा स्वराज को लिखा पत्र- विजय प्रकाश
विजय प्रकाश ने बताया कि जब मैं श्रम मंत्री था, तो मैंने तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज जी को पत्र लिख कर ये पूछता रहा कि बिहार के कितने प्रवासी मजदूर हैं. इस दौरान नीतीश कुमार पलटु राम बन गए और बीजेपी की गोद में जाकर बैठ गए. उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासन काल में रेल फैक्ट्री लगी. शुगर मिल चलती रहीं. लेकिन नीतीश कुमार बताए कि उनके शासन काल में कौन सी फैक्ट्री लग गई. विजय प्रकाश ने कहा कि लालू यादव ने नीतीश कुमार के दिये गए जहर को पी गए.
जेपी के सिद्धांतों का क्या?
जब विजय प्रकाश से पूछा गया कि जेपी के सिद्धांतों ने कांग्रेस का विरोध किया, उसी जेपी के सिद्धांतों से उपजे लालू यादव जी पर आरोप है कि वो अवसरवादी नेता हैं. उन्होंने कभी नीतीश का साथ पकड़ा, तो कभी कांग्रेस का. इस आरोप पर विजय प्रकाश ने कहा कि जो बीजेपी देश और समाज को तोड़ना चाहती है. वो जात-पात की राजनीति करती है. आप देखिए कोरोना के दौर में वो एमपी में सरकार बना रही है, नमस्ते ट्रंप का आयोजन करवा रही है. विजय प्रकाश ने कहा नीतीश सरकार तो महामारी के नाम पर लूट मचा रखी है. क्वारंटीन सेंटर में लोगों को खाना नहीं मिल रहा है.
आरजेडी की नीति क्या है?
अमित शाह ने वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि तेजस्वी यादव दिल्ली में मौज मारते हैं. इस पर विजय प्रकाश ने कहा कि हमारे नेता दिल्ली में फंस गए थे. लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार तो प्रदेश में रहकर भी बाहर नहीं निकले. उन्होंने कहा कि मैं नीतीश कुमार से पूछना चाहता हूं कि वो कहां-कहां गए. वो तो बस वर्चुअल रैली करते रहे.
'लालू का बिहार'
विजय प्रकाश ने कहा कि तेजस्वी यादव हर तरफ खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि गोपालगंज ट्रिपल केस में हम सभी लोगों ने आवाज बुलंद की. हम कहीं भी जाना चाहते हैं तो केस लगा दिया जाता है. जबकि खुद के विधायक दरभंगा तक जाते हैं. गैदरिंग करते हैं, उनके ऊपर कोई केस नहीं होता. हम लोगों की मदद सोशल मीडिया के माध्यम से करते रहे हैं. हमारे नेता तेजस्वी यादव ने लगभग 1 लाख प्रवासी मजदूर जो दूसरे राज्यों में फंसे थे. उनकी मदद की है. उन्होंने कहा कि जो ट्रेन 12 घंटे में आ प्रदेश आ जानी चाहिए थीं, वो 9 दिनों में वापस आ रहीं हैं. यही इनकी व्यवस्था है.
विजय प्रकाश के बयान के मुख्य अंश
- विजय प्रकाश ने कहा कि आज गरीब और दलित मारा जा रहा है.
- उन्होंने क्राइम का आंकड़ा देते हुए कहा कि बिहार में अपराध बढ़ रहा है.
- उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के अधिकारी अपराधियों पर एक्शन नहीं लेते.
- गरीबों के इंदिरा गांधी आवास को छीन लिया जाता है.
- उन्होंने कहा कहां है सीएम नीतीश कुमार और बिहार की डीजीपी कहां हैं.
- विजय प्रकाश ने कहा कि वोट की राजनीति अमित शाह और नीतीश कुमार करते हैं.
- हम वोट की राजनीति नहीं करते हैं. हम बिहार के मजदूरों के पैरों पर पड़े छालों पर मरहम लगाने का काम कर रहे हैं.
- विजय प्रकाश ने कहा कि उन मजदूरों के पैरों पर पड़े छाले ही नीतीश कुमार को जवाब देंगे.