नई दिल्ली/पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए (Bihar NDA) की सरकार पूरे 5 साल चलेगी. मैं और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) मजबूती से एनडीए में बने रहेंगे.
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तेजस्वी यादव पर हमलावर मांझी
मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जो दावा कर रहे हैं कि बिहार में एनडीए की सरकार दो-तीन महीने में गिर जाएगी तो इस दावे में कोई दम नहीं है. तेजस्वी यादव कोरोना काल में लंबे समय तक गायब थे. बिहार आए तो अपने क्षेत्र में गए. जनता उनसे नाराज थी. काले झंडे दिखा रही थी. यह सब देखकर तेजस्वी घबरा गए. घबराहट में जनता को खुश करने के लिए उन्होंने बयान दिया कि दो-तीन महीने में नीतीश सरकार गिर जाएगी.
''मैं और विकासशील इंसान पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी कुछ दिन पहले आपस में बैठक किए थे. उनको कुछ दिक्कत थी. लेकिन उन दिक्कतों को अब दूर कर दिया गया है. मुझे और मुकेश सहनी को एनडीए में कोई समस्या नहीं है. नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. कोई और सरकार आएगी तो इतना अच्छा काम नहीं कर पाएगी, इसलिए एनडीए की सरकार बिहार में पूरे 5 साल चलेगी.''- जीतन राम मांझी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम
'लालू यादव को दी थी जन्मदिन की बधाई'
मांझी ने कहा कि जिस दिन राजद सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Yadav) का जन्मदिन था, उस दिन लालू जी के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव मुझसे शिष्टाचार भेंट करने आए थे. मैंने तेज प्रताप के सामने लालू जी को फोन पर जन्मदिन की बधाई दी थी, क्योंकि मेरे उनसे अच्छे संबंध हैं. लेकिन इसका राजनीतिक मतलब नहीं निकालना चाहिए.
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'महागठबंधन में जाने का कोई सवाल नहीं'
उन्होंने कहा कि जब मैंने लालू जी को फोन पर बधाई दी उसके बाद से कयास लगाए जाने लगे कि मैं महागठबंधन में चला जाऊंगा लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं होने वाला है. बिहार में शेड्यूल कास्ट या शेड्यूल्ड ट्राइब के लोगों पर जो अत्याचार हो रहे हैं, उसमें विपक्षी दलों का हाथ है. विपक्षी दलों से आग्रह है कि इस तरह के कार्यों को बंद करें.
बता दें कि बिहार में बीजेपी और जदयू गठबंधन की सरकार जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी के समर्थन से चल रही है. बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत होती है. बीजेपी के पास 74, जदयू के पास 45, मांझी-सहनी के पास चार-चार विधायक हैं. एक निर्दलीय विधायक ने भी एनडीए सरकार को समर्थन दिया हुआ है. एनडीए के पास अभी 128 विधायक हैं. अगर मांझी और सहनी समर्थन वापस ले लेते हैं, तो ऐसे में नीतीश सरकार गिर जाएगी.
मांझी और सहनी बताए जा रहे थे नाराज
मांझी और सहनी एनडीए में नाराज बताए जा रहे थे, लेकिन अब दोनों पार्टियों द्वारा दावा किया जा रहा है कि अब सब कुछ ठीक है. मांझी और सहनी दोनों कई बार बिहार सरकार को कई मुद्दों पर घेर चुके हैं. दोनों ने आरोप लगाया था कि बिहार सरकार अहम निर्णय में सहयोगी दलों की राय नहीं लेती है. दोनों ने अपनी पार्टियों के लिए एक-एक एमएलसी की सीट और एक-एक मंत्री पद की मांग की थी.
अपनी ही सरकार पर रहे हमलावर
ऑमुकेश सहनी ने एससी या एसटी कैटेगरी में निषाद समाज को आरक्षण देने की भी मांग की थी. जीतन राम मांझी निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग कर रहे हैं. लेकिन इन मांगों को अब तक पूरा नहीं किया गया है. मांझी ने पीएम मोदी पर भी निशाना साधते हुए कहा था कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद जो सर्टिफिकेट मिलता है, उसमें पीएम मोदी की तस्वीर रहती है, इसलिए अगर कोरोना से किसी का निधन हो तो उसके डेथ सर्टिफिकेट में भी पीएम की तस्वीर होनी चाहिए.
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मांझी और सहनी दोनों नाराज बताये जा रहे थे और सियासी गलियारों में अटकलें लगाई जा रही थी कि दोनों महागठबंधन में चले जाएंगे, क्योंकि दोनों पहले भी महागठबंधन में रह चुके हैं. लेकिन इन दोनों के द्वारा दावा किया जा रहा है कि यह लोग एनडीए में बने रहेंगे और सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी. उधर, तेजस्वी यादव ने भी कहा कि बिहार में दो-तीन महीने में एनडीए की सरकार गिर जाएगी. उसके बाद से और कयास लगाए जाने लगे कि क्या मांझी और सहनी तेजस्वी के संपर्क में हैं. लेकिन इन सब बातों को मांझी ने खारिज कर दिया है.