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शराब तस्करों के खिलाफ हो रही है सख्त कार्रवाई, 8-10 एंटी लिक्वर टास्क फोर्स की होगी तैनाती- उत्पाद आयुक्त

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Published : Dec 6, 2021, 9:37 PM IST

बिहार में शराबंदी का पालन और तस्करों पर की जा रही कार्रवाई (Action Against Liquor Smugglers) के विषय में मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बताया कि प्रदेश में लगातार छापेमारी की कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा जिलों में एंटी लिक्वर टास्क फोर्स सेल का गठन करने का निर्देश डीएम और एसपी को दिया गया है.

Excise Commissioner B Karthikeya Dhanaji
उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी

पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून लागू है. इसके बावजूद राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में शराब की तस्करी (Liquor Smuggling in Bihar) जारी है. नवंबर माह में विभिन्न जिलों में 40 से अधिक लोगों की मौत के बाद नीतीश सरकार ने समीक्षा कर तस्करों पर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया फिर भी शराब की तस्करी नहीं रूक रही है. प्रदेश में शराब तस्करों पर की जा रही कार्रवाई के विषय में मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी (Excise Commissioner B Karthikeya Dhanaji) ने बताया कि रेड और कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है. जिलों में एंटी लिक्वर टास्क फोर्स सेल का गठन करने का निर्देश डीएम और एसपी को दिया गया है.

ये भी पढ़ें- वैशाली संदिग्ध मौत मामला: DM को मौके से मिली शराब की खाली बोतल, परिजन बोले-'जहरीली शराब से ही गई जान'

मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बिहार में शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए कुल 31 लीगल कंसलटेंट विधि परामर्शी की बहाली की गई है. इस बहाली के बाद मद्य निषेध से जुड़े मामलों की सुनवाई में तेजी आएगी और न्यायालय में बढ़ते मामलों का अनुसंधान की तेज गति से हो पाएगा. जहां पहले 1 जिले में एक एंटी लिक्वर टास्क फोर्स की तैनाती की जाती थी. अब जिले की स्थिति को देखकर 8 से 10 एंटी लिक्वर टास्क फोर्स की तैनाती की जाएगी.

देखें वीडियो

उन्होंने बताया कि बेल्ट्रॉन की ओर से 70 आईटी ब्वॉय और कंप्यूटर ऑपरेटर की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही शराबबंदी को और प्रभावी बनाने के लिए लगातार मद्य निषेध विभाग की टीम कार्य कर रही है. पटना के चौक चौराहों पर शराबियों के शराब की जांच करने के लिए पर्याप्त मात्रा में मद्य निषेध विभाग और पटना पुलिस को ब्रीथ एनालाइजर की एक्सटेंशन पाइप मुहैया करवायी गयी है. संक्रमण को देखते हुए एक व्यक्ति की जांच करने के बाद ब्रेथ एनालाइजर की एक्सटेंशन पाइप बदलकर दूसरे की जांच की जा रही है.

वहीं, वैशाली में तीन लोगों की संदिग्ध मौत मामले को लेकर उत्पाद आयुक्त ने कहा कि जिले के डीएम और एसपी ने मद्य निषेध विभाग को घटना की जानकारी दी है. मृतकों के परिजनों ने डीएम और एसपी को जानकारी दी है कि उनके परिजनों की मौत शराब पीने से नहीं हुई. अगर किसी के परिजन शराब से हुए मौत की बातें बता रहे हैं तो डीएम और एसपी को एक बार फिर से लोगों के मौत का कारण का पता लगाने का आदेश जारी किया जाएगा.

ये भी पढ़ें- 'बिहार में 20 हजार करोड़ की समानांतर अर्थव्यवस्था, सरकार सोचती है कि शराब का व्यापार करेंगे और छिप जाएगा'

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पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban in Bihar) कानून लागू है. इसके बावजूद राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में शराब की तस्करी (Liquor Smuggling in Bihar) जारी है. नवंबर माह में विभिन्न जिलों में 40 से अधिक लोगों की मौत के बाद नीतीश सरकार ने समीक्षा कर तस्करों पर कार्रवाई करने का सख्त निर्देश दिया फिर भी शराब की तस्करी नहीं रूक रही है. प्रदेश में शराब तस्करों पर की जा रही कार्रवाई के विषय में मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी (Excise Commissioner B Karthikeya Dhanaji) ने बताया कि रेड और कार्रवाई को और प्रभावी बनाने के लिए वाहनों की व्यवस्था की जा रही है. जिलों में एंटी लिक्वर टास्क फोर्स सेल का गठन करने का निर्देश डीएम और एसपी को दिया गया है.

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मद्य निषेध विभाग के उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी ने बिहार में शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए कुल 31 लीगल कंसलटेंट विधि परामर्शी की बहाली की गई है. इस बहाली के बाद मद्य निषेध से जुड़े मामलों की सुनवाई में तेजी आएगी और न्यायालय में बढ़ते मामलों का अनुसंधान की तेज गति से हो पाएगा. जहां पहले 1 जिले में एक एंटी लिक्वर टास्क फोर्स की तैनाती की जाती थी. अब जिले की स्थिति को देखकर 8 से 10 एंटी लिक्वर टास्क फोर्स की तैनाती की जाएगी.

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उन्होंने बताया कि बेल्ट्रॉन की ओर से 70 आईटी ब्वॉय और कंप्यूटर ऑपरेटर की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही शराबबंदी को और प्रभावी बनाने के लिए लगातार मद्य निषेध विभाग की टीम कार्य कर रही है. पटना के चौक चौराहों पर शराबियों के शराब की जांच करने के लिए पर्याप्त मात्रा में मद्य निषेध विभाग और पटना पुलिस को ब्रीथ एनालाइजर की एक्सटेंशन पाइप मुहैया करवायी गयी है. संक्रमण को देखते हुए एक व्यक्ति की जांच करने के बाद ब्रेथ एनालाइजर की एक्सटेंशन पाइप बदलकर दूसरे की जांच की जा रही है.

वहीं, वैशाली में तीन लोगों की संदिग्ध मौत मामले को लेकर उत्पाद आयुक्त ने कहा कि जिले के डीएम और एसपी ने मद्य निषेध विभाग को घटना की जानकारी दी है. मृतकों के परिजनों ने डीएम और एसपी को जानकारी दी है कि उनके परिजनों की मौत शराब पीने से नहीं हुई. अगर किसी के परिजन शराब से हुए मौत की बातें बता रहे हैं तो डीएम और एसपी को एक बार फिर से लोगों के मौत का कारण का पता लगाने का आदेश जारी किया जाएगा.

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