पटना : सुशांत सिंह राजपूत की मौत (Sushant Singh Case ) का मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है. सुशांत के पोस्टमार्टम स्टाफ में शामिल एक शख्स रूपकुमार ने पुरजोर दावा किया है कि एक्टर ने सुसाइड नहीं की थी, बल्कि उनकी हत्या हुई थी. इस सनसनीखेज खुलासे का दावा करने के बाद जैसे भूचाल सा आ गया है. बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे (Ex Bihar DGP Gupteshwar Pandey) ने भी कहा है कि अगर मुंबई पुलिस उनकी मदद की होती तो उसी वक्त 15 दिनों के अंदर वो इस गुत्थी को सुलझा चुके होते.
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''सिर्फ 15 दिन मुझे जांच करने का मौका मिला रहता, तो इतने लंबे समय तक इस केस पर पर्दा नहीं पड़ा रहता. 15 दिन हमे मिला रहता तो केस की बहुत सारी सच्चाई सामने आ जाती. मुझे तो संदेह है कि सीबीआई इस गुत्थी को सुलझा पाएगी. क्योंकि साक्ष्यों को नष्ट किया जा चुका है. मामले में एसआईटी को भी मदद करनी चाहिए. 4-5 दिनों के लिए जो हमारी 4 सदस्यीय टीम गयी थी, अगर पारदर्शिता के साथ वो तथ्यों को रखते तो हमें संदेह करने की कोई गुंजाइश नहीं रहती, या कम रहती. लेकिन उन्होंने कुछ शेयर ही नहीं किया.''- गुप्तेश्वर पांडे, पूर्व डीजीपी, बिहार
'मुंबई पुलिस ने बुरी तरह से इस केस को किया हैंडिल' : गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हमारे आईपीएस अधिकारी को हाउस अरेस्ट करके बेइज्जत किया. तभी तो हमने कहा था कि दाल में कुछ काला है. कुछ छिपा रहे हैं, कुछ बचा रहे हैं. कुछ न कुछ तो है जो मुंबई पुलिस शेयर नहीं करना चाहती. हम तो चाहते हैं कि सरकार इसमें हस्तक्षेप करे और सुशांत सिंह को न्याय मिले. वैसे जिस प्रकार से मुंबई पुलिस ने किया वह कतई सही नहीं था. मुंबई पुलिस ने जितनी बुरी तरह से इस केस को हैंडिल किया वह बहुत दुखद है.
रूपकुमार ने क्या दावा किया : दरअसल, दावा करने वाला रूपकुमार सुशांत के पोस्टमार्टम के दौरान वह ऑटोप्सी रूम में ही मौजूद था और वहां की सभी प्रक्रियाओं में शामिल था. रूपकुमार के मुताबिक, जब वह पोस्टमार्टम रूम में गए, तो उन्होंने देखा कि एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की डेड बॉडी वहां थी और उनके शरीर और गर्दन पर कई निशान थे. उन्होंने यह भी खुलास किया कि पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी नहीं हुई थी, केवल तस्वीरें लेने के ही आदेश दिए गये थे, जिसका पालन किया गया था. गौरतलब है कि 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने मुंबई वाले घर में फांसी के फंदे से लटके पाए गए थे और मुंबई के कूपर अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम हुआ था.
सुशांत की मौत पर नए दावे के बाद बहन ने की PM मोदी से अपील : इस दावे के बाद सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी से अपील (Sushant Sister sweta appeal to PM Modi) की है. उन्होंने कहा है कि रूपकुमार शाह को सुरक्षा प्रदान की जाए. श्वेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को भी टैग किया है. श्वेता सिंह कीर्ति ने ट्विटर पर लिखा है, 'अगर इस एविडेंस में एक पर्सेंट भी सच्चाई है तो हम सीबीआई से आग्रह करते हैं कि वह इस मामले को गंभीरता से देखे. हमें हमेशा से विश्वास रहा है कि आप इस मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे और सच क्या है बाहर लाएंगे. अभी तक इस केस में हमें क्लोजर नहीं मिला है और यह देखकर हमारे दिल में दर्द होता है.'
रिया ने क्या लिखा है? : रिया ने सुशांत सिंह राजपूत पर हुए इस सनसनीखेज दावे के दौरान पोस्ट कर लिखा है, 'आप आग से होकर गुजरे हो, तूफान से खुद को बचाया है, आपने शैतान से भी जीत पाई, एक बात को याद रखो जब अगली बार आप अपनी ताकत पर शक करो'. बता दें, रिया ने इस पोस्ट को अब हटा दिया है.
सुशांत सिंह राजपूत केस में क्या हुआ? : सुशांत सिंह राजपूत को लेकर 14 जून 2020 की दोपहर खबर आई थी कि उन्होंने अपने मुंबई स्थित घर में फांसी लगाकर जान दे दी है. बांद्रा वाले अपार्टमेंट में सुशांत की बॉडी पंखे से लटकी हुई मिली थी. इस केस की शुरुआती जांच में इसे सुसाइड करार दिया गया था. मामले ने तब तूल पकड़ा जब दिवंगत एक्टर के पिता केके सिंह ने होमटाउन पटना में एक एफआईआर में यह शिकायत दर्ज कराई कि उनके बेटे ने सुसाइड नहीं की, बल्कि उनकी हत्या हुई है. इस शिकायत में दिवंगत एक्टर की पूर्व गर्लफ्रेंड और एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती पर आरोप लगा था. इसके बाद सुशांत की रहस्यमयी मौत का मामला पटना से मुंबई होते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), नारकोटिक्स ब्यूरो (NCB) और फिर सीबीआई तक पहुंचा. सुशांत के केस की फाइल आज भी सीबीआई के पास पड़ी है, जिसका अभी तक कोई खुलासा नहीं किया गया है.