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गांधी जी के सिद्धांत आज भी हैं प्रासंगिक, युवा बोले- जाति-धर्म से परे थे बापू - Alok yadav

बापू को आज भी लोग याद करते हैं और उनके बताये मार्ग पर चलने की भी बात करते हैं. लोगों का कहना है की गांधी जी के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता यह है कि उन्होंने रामराज्य की कल्पना की थी, जिसके चलते आज हम सभी आराम से अपना जीवनयापन आजादी से कर रहे हैं.

Patna
बापू को आज भी युवा करते हैं याद
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Published : Aug 13, 2020, 6:47 PM IST

Updated : Aug 20, 2020, 10:48 PM IST

पटना: वर्तमान समय में भी महात्मा गांधी को युवा पीढ़ी और छात्र काफी याद करते हैं और उनके बताये गए मार्ग पर ही चलने की बात करते हैं. युवाओं ने बताया कि बापू शुरू से ही सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते थे और लोगों को भी चलने को कहते थे. उन्होंने बताया कि बड़े ही सरल और सहज तरीके से बापू ने देश को अहिंसा के बल पर आजादी दिलाई थी, जो वर्तमान समय में कोई नहीं कर सकता है.

बापू को आज भी याद करते हैं युवा
युवाओं का कहना है कि आज हम एक दूसरे से मिल रहे हैं, आजाद घूम रहे हैं, इन सब में बापू का काफी महत्वपूर्ण योगदान है. उनकी इन्हीं बातों से हमें सीख मिलती है कि हम भी उनकी राह पर चलें और कार्य करें. छात्रों ने बताया कि महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए उन्हें सबसे अच्छी बात बापू की यह लगती थी कि वह जाति धर्म मजहब से परे थे, सभी को समान मानते थे और सभी से मिलजुल कर रहने की बाते करते थे.

देखें रिपोर्ट

बापू के सिद्धांतों पर चले नेता
वहीं, प्रोफेसर डॉक्टर विजय कुमार प्रसाद ने बताया कि बापू कहते थे कि कर्म करते जाओ, परिणाम की चिंता मत करो. सच्चाई के रास्ते पर चलकर कर्म करेंगे तो देर से ही सही, लेकिन फल जरूर मिलेगा. उन्होंने बताया कि गांधी के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता यह है कि उन्होंने रामराज्य की कल्पना की थी और आज हम सभी आराम से अपना जीवनयापन आजादी से कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बापू के नाम का इस्तेमाल कर लोग चुनाव में वाहवाही बटोरते हैं, लेकिन उनके किसी भी सिद्धांत को नहीं मानते हैं, लेकिन अगर उनके सिद्धांत को सभी राजनेता आज के समय में मानने लगेंगे, तो हमारे देश में किसी को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी और सभी आराम से अपना जीवनयापन कर सकेंगे.

पटना: वर्तमान समय में भी महात्मा गांधी को युवा पीढ़ी और छात्र काफी याद करते हैं और उनके बताये गए मार्ग पर ही चलने की बात करते हैं. युवाओं ने बताया कि बापू शुरू से ही सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलते थे और लोगों को भी चलने को कहते थे. उन्होंने बताया कि बड़े ही सरल और सहज तरीके से बापू ने देश को अहिंसा के बल पर आजादी दिलाई थी, जो वर्तमान समय में कोई नहीं कर सकता है.

बापू को आज भी याद करते हैं युवा
युवाओं का कहना है कि आज हम एक दूसरे से मिल रहे हैं, आजाद घूम रहे हैं, इन सब में बापू का काफी महत्वपूर्ण योगदान है. उनकी इन्हीं बातों से हमें सीख मिलती है कि हम भी उनकी राह पर चलें और कार्य करें. छात्रों ने बताया कि महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए उन्हें सबसे अच्छी बात बापू की यह लगती थी कि वह जाति धर्म मजहब से परे थे, सभी को समान मानते थे और सभी से मिलजुल कर रहने की बाते करते थे.

देखें रिपोर्ट

बापू के सिद्धांतों पर चले नेता
वहीं, प्रोफेसर डॉक्टर विजय कुमार प्रसाद ने बताया कि बापू कहते थे कि कर्म करते जाओ, परिणाम की चिंता मत करो. सच्चाई के रास्ते पर चलकर कर्म करेंगे तो देर से ही सही, लेकिन फल जरूर मिलेगा. उन्होंने बताया कि गांधी के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता यह है कि उन्होंने रामराज्य की कल्पना की थी और आज हम सभी आराम से अपना जीवनयापन आजादी से कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि बापू के नाम का इस्तेमाल कर लोग चुनाव में वाहवाही बटोरते हैं, लेकिन उनके किसी भी सिद्धांत को नहीं मानते हैं, लेकिन अगर उनके सिद्धांत को सभी राजनेता आज के समय में मानने लगेंगे, तो हमारे देश में किसी को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी और सभी आराम से अपना जीवनयापन कर सकेंगे.

Last Updated : Aug 20, 2020, 10:48 PM IST
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