पटना: बीपीएससी कार्यालय के बाहर काफी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन कर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन प्रक्रिया में खामियों की शिकायत की. कई अभ्यर्थियों का कहना था कि उनके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद पार्शियली वेरीफाइड लिख दिया गया है. वहीं कुछ अभ्यर्थियों की शिकायत थी कि आवेदन फार्म में जमा किए गए डॉक्यूमेंट और लाए गए डॉक्यूमेंट्स का मिलान कर लिया जा रहा है लेकिन सत्यापन नहीं किया जा रहा है.
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डॉक्यूमेंट सही लेकिन अन वेरीफाइड कर दियाः महिला अभ्यर्थी दीक्षा कुमारी ने कहा कि वह मुंगेर जिला से आयी है. उसका सारा डॉक्यूमेंट सही है लेकिन अन वेरीफाइड कर दिया गया है. अब वह परेशान है. कंप्यूटर उसका सब्जेक्ट था. एमसीए उसने कर रखी है. एसटेट भी 2019 में क्वालीफाई किया है. दीक्षा ने कहा कि बीएससी में कहा जा रहा है कि आयोग को मेल कीजिए लेकिन वह जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला अधिकारी को पहले ही मेल कर चुकी है, कोई समाधान नहीं निकला है.
वैकेंसी की शर्तों के अनुसार सत्यापन नहीं: अभ्यर्थी दीपक कुमार ने कहा कि डाटा एंट्री ऑपरेटर से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कराया जा रहा है, जो सिर्फ इतना ही देख रहे हैं कि फॉर्म भरते समय अभ्यर्थियों ने किया फॉर्म डाला है और क्या उसका ओरिजिनल उनके पास उपलब्ध है या नहीं. इसके अलावा यह नहीं चेक कर रहे हैं कि 2019 के पहले उनका स्नातक अथवा स्नातकोत्तर कंप्लीट है या नहीं. वैकेंसी में था कि 2019 एसटीईटी क्वालिफाइड अभ्यर्थियों का उससे पूर्व में ही स्नातक और स्नातकोत्तर होना जरूरी है. कई अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरीफाई हो गया है जो बाद में स्नातक किए हैं.
डॉक्यूमेंट का सत्यापन नहींः शिक्षक अभ्यर्थी रूपेश कुमार ने कहा कि वह आयोग के अध्यक्ष को धन्यवाद देंगे कि इस प्रकार पारदर्शी तरीके से परीक्षा कंप्लीट करा ली लेकिन डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में डॉक्यूमेंट का सत्यापन नहीं किया जा रहा. सिर्फ मिलान करके देख लिया जा रहा है. यह नहीं देखा जा रहा कि एसटीईटी परीक्षा में अंक कितने हैं अथवा अभ्यर्थियों ने क्या 2019 के पहले स्नातक किया है या नहीं.
असमंजस में हैं अभ्यर्थी: शिक्षक अभ्यर्थी आशीष कुमार ने कहा कि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में कई समस्याएं आ रही है. कई अभ्यर्थियों के किसी डॉक्यूमेंट में थोड़ी बहुत त्रुटि होने पर पार्शियली वेरीफाइड लिख दिया जा रहा है. अब अभ्यर्थी कंफ्यूज हैं कि वह वेरीफाइड है या नहीं है. उनका क्या होगा और उनके लिए क्या फिर से पोर्टल खुलेगा जहां वह आवेदन फार्म में डॉक्यूमेंट का सुधार कर सकते हैं. पार्शियली वेरीफाइड क्या कुछ समय बाद वेरीफाइड हो सकते हैं. ऐसी तमाम समस्याएं हैं जिस पर आयोग से स्पष्टीकरण चाहते हैं.