पटना: पटना हाईकोर्ट में काम काज अब पहले की तरह नार्मल हो सकेगा. जल्द ही हो सकेगा तो कोर्ट में मामलों की सुनवाई कोरोना काल से पहले की तरह ही आम हो सकेगी. पटना के अधिवक्ता संघ ने इस बारे में एक अपात बैठक की है. बैठक में इस बारे में चर्चा की गई कि कोर्ट की कार्यवाही को फिर से किस तरह से पटरी पर लाया जाए. बैठक में कोर्ट को फिर से समान्य रुप से चलाने को लेकर संघ के सभी मेंबर्स ने जोर दिया है.
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तीनों अधिवक्ता संघों ने की आपात बैठक
दरअसल कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद से ही पटना हाईकोर्ट की कार्यवाही बाधित हुई थी. पिछले साल कोरोना के कारण कोर्ट की कार्यवाही वर्चुअल तरीके से हुई. मार्च में वर्चुअल कोर्ट की शुरूआत की गई. वहीं बाद में इसी साल 4 जनवरी से कोर्ट की कार्यवाही को आंशिक रूप फिजिकल कर दिया गया. इसके बाद से ही कोर्ट को समान्य रुप से चलाए जाने को लेकर अधिवक्ता जोर दे रहे थे. इसी को लेकर पटना में तीनों अधिवक्ता संघों की समन्वय ने एक आपात बैठक कर पटना हाईकोर्ट के प्रशासन से अनुरोध किया कि अब कोर्ट में काम काज को फिर से समान्य रूप से जारी कर दिया जाए.
अधिवक्ता प्रतिनिधियों का मानना है कि अब करोना महामारी काफी कम हो चुकी है. वहीं अब देश में और सूबे में बड़े पैमाने पर टीकाकरण की व्यवस्था भी हो चुकी है. अधिवक्ता संघ के समन्वय समिति के अध्यक्ष योगेश चन्द्र वर्मा ने कहा कि एक ओर पटना हाईकोर्ट में जजों की काफी कमी हैं तो दूसरी ओर निचली अदालतों समेत हाईकोर्ट में लंबित मामलों की बड़ी तादाद है. इसलिए जरूरी है कि होली के अवकाश के बाद 5 अप्रैल से हाईकोर्ट में सामान्य रूप से अदालत चले.