पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि कोरोना से पूरा विश्व जूझ रहा है. हमने तय किया है कि कोविड-19 को देखते हुए बिहार चुनाव में पोलिंग बूथों पर वोटरों की संख्या 1500 से घटाकर 1000 कर दी जाए. उन्होंने कहा कि इस फैसले से पिछले चुनाव में पोलिंग बूथों की संख्या 65 हजार 333 थी जो इस बार के चुनाव में 1 लाख 6 हजार 536 जाएगी.
पोलिंग बूथों पर वोटरों की संख्या अब 1000
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि पिछले चुनाव में 1500 वोटरों पर एक पोलिंग बूथ था. लेकिन कोरोना काल की वजह से अब 1000 वोटरों पर पोलिंग बूथ बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. पुलिस फोर्स की एक लाख से अधिक तैनाती की जाएगी. इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में 7.29 करोड़ मतदाता हैं. जिसमें पुरुष मतदाता 3.8 करोड़ और महिला वोटर 3.4 करोड़ हैं. सर्विस मतदाता 1.6 लाख हैं.
सोशल मीडिया पर रहेगी विशेष नजर
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि अगर कहीं से भी सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल करने की खबर मिलेगी तो उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि चुनाव राजनीतिक दलों से भी बातचीत की गई है. अगर कोई सुझाव आता है तो उसपर विचार किया जाएगा. कई राजनीतिक दलों ने आग्रह किया कि चुनाव के दौरान सोशल डिस्टेंस और अन्य जानकारी मतदाताओं को अधिक से अधिक दी जाए. उन्होंने कहा कि राज्य में सुरक्षित और शांतिपूर्ण चुनाव कराने को लेकर हमलोग गंभीर हैं.
ड्यूटी में कोरोना से मौत पर 30 लाख मुआवजा
सुनील अरोड़ा ने कहा कि अगर ड्यूटी के दौरान कोरोना से मतदानकर्मी या फिर सुरक्षा जवान की मौत होती है तो उनके परिजन को 30 लाख रुपये मुआवजा दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि कोविड के मरीज मतदान के आखिरी घंटे में वोट कर सकते हैं. सुनील अरोड़ा ने कहा कि सुरक्षित वातवरण में चुनाव कराने की तैयारी की जा रही है.