पटना: शनिवार को पीएमसीएच में आइसोलेशन वार्ड में लगाए गए ड्यूटी का विरोध करने और विरोध में सीनियर डॉक्टरों से बदसलूकी करने के मामले में 8 डॉक्टरों को सस्पेंड कर दिया गया है. पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन में डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 और एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 की धाराओं के तहत तत्काल प्रभाव से 8 डॉक्टरों को निलंबित किया है.
पूरे मामले की जानकारी देते हुए पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि रेडियोलोजी विभाग के पीजी डॉक्टर मेरे पास आए थे. उनका कहना था कि उनकी ड्यूटी आइसोलेशन वार्ड में लगाई गई है और वह आइसोलेशन वार्ड में काम करना नहीं चाहते हैं.
डॉक्टरों ने किया हंगामा
डॉ. विमल कारक ने कहा कि उन्होंने सभी को समझाया कि मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष और कोरोना सेल के नोडल ऑफिसर ड्यूटी असाइन करते हैं. जहां जिसकी ड्यूटी लगी है, उसको करनी ही होगी. जिसके बाद सभी उनके चेंबर में ही हंगामा करने का प्रयास करने लगे. जिसके बाद गंभीर कार्रवाई की चेतावनी दी गई. इसके बाद वह यहां से चले गए.
उन्होंने बताया कि उनके कार्यालय से जाने के बाद मेडिसिन विभाग में पहुंच कर डॉक्टरों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही सीनियर डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों से बदसलूकी भी की. जिसके बाद तत्काल प्रभाव से सभी आठ डॉक्टरों को निलंबित कर दिया गया है. बता दें सभी निलंबित डॉक्टर पीजी 2017-2020 सत्र के छात्र हैं.
इन डॉक्टरों को किया गया निलंबित
- डॉ. जान, एमडी रेडियोलॉजी, पीजी छात्र
- डॉ. कृष्ण कुमार ठाकुर, पीजी छात्र
- डॉ. रवि रंजन, पीजी छात्र
- डॉ. संदीप कुमार, पीजी छात्र
- डॉ. तरुण कुमार, पीजी छात्र
- डॉ. सुभाष कुमार सिंह, पीजी छात्र
- डॉ. पवन कुमार, पीजी छात्र
- डॉ. चंद्र भूषण सिंह, पीजी छात्र
कोताही बरतने पर गंभीर कार्रवाई
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने कहा कि अभी की आपात परिस्थिति में जिन डॉक्टरों को जहां ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें वहां ड्यूटी करनी होगी. अगर वह ड्यूटी में कोताही बरतेंगे तो उन पर गंभीर कार्रवाई भी होगी.