पटनाः बिहार के शिक्षा मंत्री (Education Minister statement on Ramcharitmanas) के बयान को लेकर आज बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी (Minister Ashok Chowdhary) ने भी नाराजगी जताई है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस को लेकर जिस तरह का बयान दिया है वह पूरी तरह से गलत है और जिस तरह का दोहा चौपाई कहा गया है, पूरी तरह से गलत है और उन्हें बयान वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा की उनके बयान से लोग आहत हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः 'रोज हिन्दू-मुस्लिम होगा तो समाज क्या करेगा', अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर बोले अशोक चौधरी
शिक्षा मंत्री के बयान से जदयू इत्तेफाक नहीं रखतीः अशोक चौधरी ने कहा कि जो बात उन्होंने कही है जदयू इससे कहीं से भी इत्तेफाक नहीं रखती. राजद ने भी कह दिया है कि शिक्षा मंत्री का ये निजी बयान है, सच भी यही है लेकिन जो बात वो बोल रहे हैं वो कहीं से भी उचित नहीं है. अशोक चौधरी ने कहा उन्हें अपने बयान को वापस लेना चाहिए हमारे नेता नीतीश कुमार हमेशा सभी धर्मों को लेकर समान विचार रखते है और सभी धर्मो का आदर हमलोग करते हैं.
'इस तरह के बयान से बचना चाहिए': मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि किसी को भी इस तरह के बयान से बचना चाहिए. जो शिक्षा मंत्री चद्रशेखर ने दिया है. हमलोग हमेशा सभी धर्मों को समान भाव से देखकर उसको लेकर काम करते हैं. समाज में किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं हो. इस पर ध्यान देते हैं. किसी भी धर्म की भावना को आहत करना ये कहीं से भी सही नहीं है.
बिहार के शिक्षा मंत्री के इस बयान पर बवाल : दरअसल शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर बोलते हुए कहा था कि, 'रामचरितमानस ग्रंथ समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ाई से रोकता है. उन्हें उनका हक दिलाने से रोकता है. मनुस्मृति ने समाज में नफरत का बीज बोया. मनुस्मृति को बाबा साहब अंबेडकर ने इसलिये जलाया क्योंकि वह दलितों और वंचितों के हक छीनने की बातें करती है.' शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के इस बयान के बाद देश की राजनीति में बवाल मचा है.