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इंटर मूल्यांकन कार्य को लेकर शिक्षा मंत्री का बड़ा बयान, कहा- शिक्षकों को नहीं किया जाएगा फोर्स - पटना

गुरुवार को शिक्षा मंत्री ने विधान परिषद में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को दोनों पारियों में मूल्यांकन कार्य के लिए फोर्स नहीं किया जाएगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, शिक्षकों की इच्छा अनुसार ही उन से काम लेगा.

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Published : Feb 25, 2021, 4:29 PM IST

पटना: बिहार में मैट्रिक की परीक्षा खत्म होने के बाद इंटर का मूल्यांकन कार्य शुरू हो रहा है. इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य दोनों पालियों में कराए जाने को लेकर विधान परिषद में सदस्यों ने सवाल खड़े किए थे. इसे लेकर गुरुवार को शिक्षा मंत्री ने विधान परिषद में बड़ा बयान दिया है और यह कहा कि शिक्षकों को दोनों पारियों में मूल्यांकन कार्य के लिए फोर्स नहीं किया जाएगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, शिक्षकों की इच्छा अनुसार ही उन से काम लेगा.

यह भी पढ़ें:- पटना: विधानसभा के बाहर हंगामा, समाज कल्याण मंत्री के खिलाफ वाम विधायकों का फूटा गुस्सा

शिक्षकों को जबरदस्ती काम कराने पर सवाल
विधान परिषद में कई सदस्यों ने बुधवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के फैसले पर सवाल खड़े किए थे. उनका कहना था कि कोरोना काल में जब बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हुई और बिहार बोर्ड ने आनन-फानन में परीक्षा ले ली, तो अब मूल्यांकन को लेकर इतनी हड़बड़ी क्यों है? उनका सवाल है कि क्यों 2 पालियों में शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए मजबूर किया जा रहा है. विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ने कहा कि विशेष तौर पर महिला शिक्षकों को मूल्यांकन में देर रात घर लौटने में परेशानी होगी.

शिक्षकों को नहीं किया जाएगा फोर्स
वहीं गुरुवार को इस बारे में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधान परिषद में कहा कि सदस्यों की चिंता को देखते हुए उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष से बात की है. साथ ही यह निर्देश दिया है कि दोनों पारियों में मूल्यांकन के लिए किसी भी शिक्षक को फोर्स नहीं किया जाए. यह पूरी तरह ऐच्छिक होगा और जो शिक्षक दोनों पारियों में मूल्यांकन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी.

यह भी पढ़ें:- पटनाः सीतामढ़ी की घटना पर ADG का दावा- अपराधियों की हो गयी है पहचान, जल्द होगी गिरफ्तारी

नौवीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग
हालांकि विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ने सरकार और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि जब 26 फरवरी से इंटर का मूल्यांकन कार्य शुरू हो रहा है तो उसी दिन से नौवीं की वार्षिक परीक्षा का आयोजन क्यों हो रहा है? कैसे एक ही साथ स्कूलों में दोनों काम हो पाएगा? उन्होंने सरकार से नौवीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग भी की है.

पटना: बिहार में मैट्रिक की परीक्षा खत्म होने के बाद इंटर का मूल्यांकन कार्य शुरू हो रहा है. इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य दोनों पालियों में कराए जाने को लेकर विधान परिषद में सदस्यों ने सवाल खड़े किए थे. इसे लेकर गुरुवार को शिक्षा मंत्री ने विधान परिषद में बड़ा बयान दिया है और यह कहा कि शिक्षकों को दोनों पारियों में मूल्यांकन कार्य के लिए फोर्स नहीं किया जाएगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, शिक्षकों की इच्छा अनुसार ही उन से काम लेगा.

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शिक्षकों को जबरदस्ती काम कराने पर सवाल
विधान परिषद में कई सदस्यों ने बुधवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के फैसले पर सवाल खड़े किए थे. उनका कहना था कि कोरोना काल में जब बच्चों की पढ़ाई पूरी नहीं हुई और बिहार बोर्ड ने आनन-फानन में परीक्षा ले ली, तो अब मूल्यांकन को लेकर इतनी हड़बड़ी क्यों है? उनका सवाल है कि क्यों 2 पालियों में शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए मजबूर किया जा रहा है. विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ने कहा कि विशेष तौर पर महिला शिक्षकों को मूल्यांकन में देर रात घर लौटने में परेशानी होगी.

शिक्षकों को नहीं किया जाएगा फोर्स
वहीं गुरुवार को इस बारे में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने विधान परिषद में कहा कि सदस्यों की चिंता को देखते हुए उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष से बात की है. साथ ही यह निर्देश दिया है कि दोनों पारियों में मूल्यांकन के लिए किसी भी शिक्षक को फोर्स नहीं किया जाए. यह पूरी तरह ऐच्छिक होगा और जो शिक्षक दोनों पारियों में मूल्यांकन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी.

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नौवीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग
हालांकि विधान पार्षद संजय कुमार सिंह ने सरकार और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि जब 26 फरवरी से इंटर का मूल्यांकन कार्य शुरू हो रहा है तो उसी दिन से नौवीं की वार्षिक परीक्षा का आयोजन क्यों हो रहा है? कैसे एक ही साथ स्कूलों में दोनों काम हो पाएगा? उन्होंने सरकार से नौवीं की परीक्षा को फिलहाल स्थगित करने की मांग भी की है.

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