पटना: आम बजट पेश होने के बाद अर्थशास्त्रियों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. अर्थशास्त्रियों की मानें तो कुछ चीजों में फायदा होगा, तो निजीकरण के क्षेत्र को बढ़ावा देने से आम जनता परेशान होगी.
'देश के हित में है यह बजट'
आम बजट पेश होने के बाद अर्थशास्त्री अजय झा ने कहा कि इससे अच्छा बजट नहीं हो सकता है. इससे इंप्लायमेंट जेनरेट होगा और जो सरकार का स्कीम है उसके अनुसार लगभग 6 लाख करोड़ इन्वेस्ट होगा, तो डिमांड के साथ-साथ इकोनॉमी को भी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि अगर इकोनॉमी को फायदा होगा तो जीडीपी भी बढ़ेगा. उन्होंने इस आम बजट को देश के हित में बताया है.
'जनता पर पड़ेगा निजीकरण का असर'
पटना विवि के पूर्व प्राचार्य और अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी ने बताया कि चुनौतियों के सामने ये बजट अच्छा है. उन्होंने कहा कि गिरती विकास दर का मुख्य कारण मांग की कमी है, जिसको लेकर इस बजट में प्रयास किया गया है. साथ ही किसानों के लिए बड़ा आवंटन किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़ेगी, लेकिन चिंता निजी क्षेत्र को लेकर है. जिस तरह से रेलवे, एलआईसी और बैंक के निजीकरण की तरफ सरकार बढ़ रही है, वो खतरनाक है. अगर पूरी अर्थव्यवस्था निजी क्षेत्रों में चला जाएगा, तो जनता पर इसका असर पड़ेगा.
बता दें कि आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2020-21 का आम बजट पेश किया है. इस बजट को लेकर देशभर में चर्चा शुरू हो गई है. अर्थशास्त्री इस बजट को लेकर तारीफ भी कर रहे हैं. साथ ही बजट में कुछ खामियां भी निकाल रहे हैं.