पटना: दशहरा बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है. इस दिन तमाम जगहों पर रावण दहन किया गया. पटना के गांधी मैदान में भी रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 68 साल से लंका दहन और रावण वध कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. लाखों की संख्या में लोग पटना सहित अलग-अलग जिलों से इस समारोह को देखने आते हैं. ईटीवी भारत संवाददाता ने जब लोगों से पूछा कि रावण कौन था और क्यों हर साल इस दिन रावण दहन होता है तो बहुत सारे लोगों को नहीं पता था कि क्यों रावण दहन होता है.
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कई लोगों को रावण दहन की जानकारी नहीं: गांधी मैदान में एक शख्स ने जवाब देते हुए कहा कि रावण विभीषण का भाई था. वह अत्याचारी था और राम ने उसे मारा, इसीलिए लंका दहन होता है. वहीं एक व्यक्ति ने कहा कि आज की ही दिन भगवान राम वनवास से लौटे थे. उन्होंने रावण को मारा था, इसीलिए लंका दहन होता है.
'कौन था रावण हमको नहीं पता': वहीं गांव से आए हुए एक बुजुर्ग ने भोलेपन से जवाब देते हुए कहा कि रावण तो जल गया और कुंभकरण भी जल गया. अब वो दोनों कौन थे, हम नहीं जानते हैं. हम रामायण नहीं पढ़े हैं. वहीं एक पढ़े-लिखे नौजवान ने जवाब देते हुए कहा कि रावण कौन था, हमें पता नहीं है लेकिन हम लंका दहन देखने आए हैं. हर साल गांधी मैदान में होता है और हम देखने आते हैं.
बुजुर्ग ने दिया सही जवाब: एक ग्रामीण बुजुर्ग ने रावण के बारे में सारी बातें विस्तार से बताई. उन्होंने कहा कि प्रभु श्री राम ने रावण को मारा था. रावण अत्याचारी था और वह सीता जी का हरण कर के लंका ले गया था. इसीलिए आज के दिन हम लोग लंका दहन करते हैं. वहीं दूसरे आदमी ने तपाक से जवाब दिया क्या आप लोगों को कुछ पता नहीं कि रावण विभीषण का भाई था और अब तो वह जल गया है. एक अन्य शख्स ने कहा कि हम इतना ही जानते हैं कि रावण लंका का राजा था. इसके बात तो कई लोगों ने जवाब देने से ही मना कर दिया.
जानें क्यों होता है रावण दहन?: रावण लंका का राजा था. वह प्रतापी, ज्ञानी और शक्तिशाली था लेकिन वह काफी अहंकारी और अत्याचारी भी था. वह माता सीता का अपहरण कर लंका ले आया था. आज के ही दिन भगवान राम ने उसका संहार किया था. श्रीराम ने जब रावण का वध किया तो यह संदेश गया कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंत में जीत अच्छाई की ही होती है. यही कारण है कि हर वर्ष रावण का पुतला जलाया जाता है.