पटना: बिहार में सरकारी स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताबों को डुप्लीकेट प्रिटिंग प्रेस में छापकर बाजारों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. पूरा मामला रामकृष्णा नगर थाना क्षेत्र का है. भारती भवन पब्लिकेशन को जब इसकी जानकारी मिली तो, रामकृष्णनगर थाना की पुलिस के साथ जकरियापुर में छापेमारी की गई. इस दौरान जब गोदाम के अंदर जाकर देखा गया, तो करोड़ों की भारती भवन पब्लिकेशन की किताबों के साथ कई और पब्लिकेशन के कंपीटिशन के किताब भी बरामद हुए.
16 लोगों को किया गया गिरफ्तार
इस मामले में प्रिंटिंग प्रेस का मालिक फरार है. लेकिन वहां काम करने वाले 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल पुलिस ने करीब एक करोड़ रुपये की डुप्लीकेट किताबों को बरामद किया है. बड़े पैमाने पर किताबों को एक गोदाम में स्टॉक किया गया था. इसमें एक-दो नहीं, बल्कि 4 से 5 प्रकाशन की छपी हुई डुप्लीकेट किताबें मिली हैं.
50 हजार पीस डुप्लीकेट किताब की गई बरामद
दरअसल पुलिस के पास प्रकाशन कंपनियों की तरफ से कंप्लेन आई थी. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पटना में पहाड़ी के पास जखरियापुर इलाके में छापेमारी की. इसी इलाके में राजेश कुमार नाम के एक शख्स का तीन गोदाम है. एक गोदाम में प्रींटिंग प्रेस के साथ ही डुप्लीकेट किताबों की बाइंडिंग का काम किया जाता है. वहीं, रेड के दौरान गोदाम के अंदर से करीब 50 हजार पीस डुप्लीकेट किताबें बरामद की गई है. बरामद डुप्लीकेट किताबें एमबीडी, बीडीबी, स्टूडेंट फ्रेंड और भारती भवन सहित कुल 5 प्रकाशनों की बताई जा रहीं हैं.
जांच में जुटी पुलिस
गोदाम में रेड के दौरान प्रकाशन कंपनियों के अधिकारी भी मौजूद रहे. बीडीबी प्रकाशन के अधिकारी ने बताया कि बरामद डुप्लीकेट किताब की कीमत करीब एक करोड़ रुपए से अधिक की होगी. उन्होंने बताया कि अभी तो एक ही जगह पर रेड हुई है. राजेश के बाकी के दो गोदामों पर भी पुलिस की टीम रेड करेगी. आशंका जताई जा रही है कि बाकी के दोनों गोदामों में भी बड़े पैमाने पर डुप्लीकेट किताबों का स्टॉक रखा गया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.