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पटनाः युवाओं को नशे की लत लगाने वाला स्मगलर झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार - smuggler doctor arrested

शैलेंद्र पहले किसी नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था. जिसके बाद वह इस धंधे में आ गया. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन है और यह नशीली दवा कहां से लाता था? इस सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है.

झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार
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Published : Nov 11, 2019, 8:53 AM IST

Updated : Nov 11, 2019, 9:56 AM IST

पटनाः जिले के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में पुलिस ने फर्जी ढंग से संचालित हो रहे एक क्लीनिक पर छापेमारी कर झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. ये युवा पीढ़ी को नशे की जद में धकेलने का काम करता था. दरअसल पुलिस को वायरल हो रहा एक वीडियो फुटेज मिला था, जिसमें यह डॉक्टर कम उम्र के बच्चों को नशे का इंजेक्शन लगाते हुए दिखाई दे रहा था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छापेमारी की. इसमें पुलिस ने 12 पीस नशे का इंजेक्शन बरामद किया है.

Patna
नशा करता युवा

जांच में न डिग्री मिली न दवा बेचने का लाइसेंस
छापेमारी के दौरान इंदिरा नगर स्थित अशोक सिंह के मकान में खुद को आयुर्वेद का डॉक्टर बताकर क्लीनिक चला रहे शैलेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. क्लीनिक के बाहर DMS डॉक्टर होने का बोर्ड भी लगा हुआ था. वहीं, जांच टीम को न तो शैलेंद्र के डॉक्टर होने की कोई डिग्री मिली और न ही दवाईयां बेचने के लिए किसी प्रकार का लाइसेंस मिला है.

ये भी पढ़े- हाजीपुर: आतंकी सांड को पकड़ने में पशुपालन और वन विभाग टीम नाकाम, 6 घंटे की मशक्कत बेकार

नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था शैलेंद्र
पुलिस ने छापेमारी के दौरान क्लीनिक से करीब 12 पीस नशे वाली इंजेक्शन के साथ ही काफी सारी दवाईयां भी जब्त की. बता दें कि इस केस की जांच में पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट की भी सहायता ली. गिरफ्तारी के बाद टीम ने आरोपी शैलेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो पहले किसी नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था. इस दौरान उसका नशे का सेवन करने वालों से संपर्क हुआ. फिर उसने काम छोड़कर इंदिरा नगर में एक कमरे की दवा दुकान और उसमें क्लीनिक खोला. वह 50 से 100 रुपये लेकर ऑटो, रिक्शा चालक से लेकर युवाओं को नशे का इंजेक्शन बेचता था.

देखें पूरी रिपोर्ट

'लाखों का नशे का सामान बरामद'
जांच टीम की मानें तो शैलेंद्र पहले किसी नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था. जिसके बाद वह इस धंधे में आ गया. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन है और यह नशीली दवा कहां से लाता था? इस सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. थाना प्रभारी ने बताया कि ये नशे का सामान लाखों रुपए का है और यह काफी खतरनाक नशीला पदार्थ है.

पटनाः जिले के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र के इंदिरा नगर में पुलिस ने फर्जी ढंग से संचालित हो रहे एक क्लीनिक पर छापेमारी कर झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. ये युवा पीढ़ी को नशे की जद में धकेलने का काम करता था. दरअसल पुलिस को वायरल हो रहा एक वीडियो फुटेज मिला था, जिसमें यह डॉक्टर कम उम्र के बच्चों को नशे का इंजेक्शन लगाते हुए दिखाई दे रहा था. जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छापेमारी की. इसमें पुलिस ने 12 पीस नशे का इंजेक्शन बरामद किया है.

Patna
नशा करता युवा

जांच में न डिग्री मिली न दवा बेचने का लाइसेंस
छापेमारी के दौरान इंदिरा नगर स्थित अशोक सिंह के मकान में खुद को आयुर्वेद का डॉक्टर बताकर क्लीनिक चला रहे शैलेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. क्लीनिक के बाहर DMS डॉक्टर होने का बोर्ड भी लगा हुआ था. वहीं, जांच टीम को न तो शैलेंद्र के डॉक्टर होने की कोई डिग्री मिली और न ही दवाईयां बेचने के लिए किसी प्रकार का लाइसेंस मिला है.

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नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था शैलेंद्र
पुलिस ने छापेमारी के दौरान क्लीनिक से करीब 12 पीस नशे वाली इंजेक्शन के साथ ही काफी सारी दवाईयां भी जब्त की. बता दें कि इस केस की जांच में पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट की भी सहायता ली. गिरफ्तारी के बाद टीम ने आरोपी शैलेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो पहले किसी नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था. इस दौरान उसका नशे का सेवन करने वालों से संपर्क हुआ. फिर उसने काम छोड़कर इंदिरा नगर में एक कमरे की दवा दुकान और उसमें क्लीनिक खोला. वह 50 से 100 रुपये लेकर ऑटो, रिक्शा चालक से लेकर युवाओं को नशे का इंजेक्शन बेचता था.

देखें पूरी रिपोर्ट

'लाखों का नशे का सामान बरामद'
जांच टीम की मानें तो शैलेंद्र पहले किसी नशा मुक्ति केंद्र पर काम करता था. जिसके बाद वह इस धंधे में आ गया. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन है और यह नशीली दवा कहां से लाता था? इस सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. थाना प्रभारी ने बताया कि ये नशे का सामान लाखों रुपए का है और यह काफी खतरनाक नशीला पदार्थ है.

Intro:राजधानी पटना के पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र में युवा पीढ़ी को नशे की जद में धकेलने वाला झोलाछाप डॉक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह झोलाछाप डॉक्टर युवा पीढ़ी को नशे का इंजेक्शन लगाता था. पुलिस को एक वीडियो फुटेज मिली जिसमें यह डॉक्टर कम उम्र के बच्चों को नशे का इंजेक्शन लगाते हुए दिखाई दे रहा है जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की और छापेमारी के दौरान 12 पीस नशे की इंजेक्शन को बरामद की.Body:दरअसल यह पूरा मामला पटना के पाटलिपुत्रा थाना इलाके के इंदिरा नगर का है . एक लड़के को नशिला इंजेक्शन देते हुए एक वीडियो फुटेज किसी तरह से पाटलिपुत्रा थाना की पुलिस के हाथ लगी जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की औऱ बगैर किसी देरी के पुलिस ने इंदिरा नगर स्थित अशोक सिंह के मकान में खुद को आयुर्वेद के डॉक्टर बताकर क्लीनिक चला रहे शैलेंद्र कुमार को पकड़ा. वही झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक के बाहर DMS डॉक्टर होने का बोर्ड भी लगा हुआ था.Conclusion: पुलिस ने छापेमारी के दौरान क्लीनिक से करीब 12 पीस नशे वाली इंजेक्शन के साथ ही काफी सारी दवाईयां भी जब्त की. बता दें की इस केस की जांच में पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट की भी सहायता ली. इस टीम ने शैलेंद्र से पूछताछ की. साथ ही उसके क्लीनिक को भी खंगाला गया. अब तक की जांच टीम को न तो शैलेंद्र के डॉक्टर होने की कोई डिग्री मिली और न ही दवाईयों को बेचने के लिए किसी प्रकार का लाइसेंस मिला पाया है. जांच टीम की मानें तो शैलेंद्र पहले पटना के ही किसी नशा विमुक्ति केंद्र में काम करता था. इसके बाद वह इस धंधे में आ गया. पुलिस टीम इसके कनेक्शन को खंगाल रही है. थाना प्रभारी ने बताया कि यह नशे का सामान लाखों रुपए का है और यह काफी खतरनाक नशीला पदार्थ है.
Last Updated : Nov 11, 2019, 9:56 AM IST
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