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पटना: तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा दुकानें, ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने की घोषणा

एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि फार्मासिस्ट को लेकर विभाग ने एक नियम बनाया है. जिसकी आड़ में लाइसेंस धारी दुकानदारों के साथ विभागीय उत्पीड़न और शोषण किया जाता है. उन्होंने बताया कि इस मामले में सरकार अपना रूख साफ नहीं कर रही है. जिस वजह से लाचार होकर एसोसिएशन ने 3 दिनों के हड़ताल का निर्णय किया है.

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Published : Jan 21, 2020, 5:29 PM IST

तीन दिनों तक बंद रहेगी दवा दुकानें
तीन दिनों तक बंद रहेगी दवा दुकानें

पटना: प्रदेशभर में दवा दुकानें बुधवार 22 जनवरी से तीन दिनों के लिए बंद रहेंगी. दरअसल, बिहार केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने अपनी विभिन्न मांगो के लेकर पूरे सूबे में बंद का ऐलान किया है.

एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने बताया कि सरकार और विभाग की तरफ से हर दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने का आदेश जारी किया है. जिसके विरोध मे राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बंद रहेंगी बिहार के 35 हजार दवा दुकानें'
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 35 हजार दवा दुकानें हैं, जिसमें मात्र साढ़े सात हजार फार्मासिस्ट हैं. सरकार ने हर दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने का आदेश जारी किया है. पूरे बिहार में मात्र साढ़े सात हजार फार्मासिस्ट हैं. जिस वजह से हड़ताल की घोषणा की गई है.

'नियम की आड़ में हो रहा शोषण'
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि फार्मासिस्ट को लेकर विभाग नें एक नियम बनाई है. जिसकी आड़ में लाइसेंसधारी दुकानदारों के साथ विभागीय उत्पीड़न और शोषण किया जाता हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में सरकार अपना रूख साफ नहीं कर रही है. जिस वजह से लाचार होकर एसोसिएशन ने 3 दिनों के हड़ताल का निर्णय किया है.

प्रसन्न सिंह,अध्यक्ष,  ड्रगिस्ट एसोसिएशन
प्रसन्न सिंह,अध्यक्ष, ड्रगिस्ट एसोसिएशन

'जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति रहेगी जारी'
प्रसन्न सिंह ने कहा कि कई बार बातचीत के बाद भी सरकार ने मांगें नहीं मानी. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर इन 3 दिनों के बंदी के बाद भी सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो पूरे बिहार के दवा दुकान दुकानदार अपनी दुकानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के दौरान दुकानदारों को जीवन रक्षक दवाओं का आपूर्ति जारी रखने का निर्देश दिया है.

पटना: प्रदेशभर में दवा दुकानें बुधवार 22 जनवरी से तीन दिनों के लिए बंद रहेंगी. दरअसल, बिहार केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने अपनी विभिन्न मांगो के लेकर पूरे सूबे में बंद का ऐलान किया है.

एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने बताया कि सरकार और विभाग की तरफ से हर दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने का आदेश जारी किया है. जिसके विरोध मे राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की गई हैं.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बंद रहेंगी बिहार के 35 हजार दवा दुकानें'
इस मामले पर ईटीवी भारत से बात करते हुए ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में लगभग 35 हजार दवा दुकानें हैं, जिसमें मात्र साढ़े सात हजार फार्मासिस्ट हैं. सरकार ने हर दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने का आदेश जारी किया है. पूरे बिहार में मात्र साढ़े सात हजार फार्मासिस्ट हैं. जिस वजह से हड़ताल की घोषणा की गई है.

'नियम की आड़ में हो रहा शोषण'
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि फार्मासिस्ट को लेकर विभाग नें एक नियम बनाई है. जिसकी आड़ में लाइसेंसधारी दुकानदारों के साथ विभागीय उत्पीड़न और शोषण किया जाता हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में सरकार अपना रूख साफ नहीं कर रही है. जिस वजह से लाचार होकर एसोसिएशन ने 3 दिनों के हड़ताल का निर्णय किया है.

प्रसन्न सिंह,अध्यक्ष,  ड्रगिस्ट एसोसिएशन
प्रसन्न सिंह,अध्यक्ष, ड्रगिस्ट एसोसिएशन

'जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति रहेगी जारी'
प्रसन्न सिंह ने कहा कि कई बार बातचीत के बाद भी सरकार ने मांगें नहीं मानी. उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर इन 3 दिनों के बंदी के बाद भी सरकार मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो पूरे बिहार के दवा दुकान दुकानदार अपनी दुकानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे. उन्होंने कहा कि इस हड़ताल के दौरान दुकानदारों को जीवन रक्षक दवाओं का आपूर्ति जारी रखने का निर्देश दिया है.

Intro:मंगलवार से आम लोगों को दवा की खरीद में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा दरअसल बिहार केमिस्ट और ड्रगिस्ट एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि पूरे बिहार की सभी दवा दुकाने 22 , 23 और 24 जनवरी को बंद रहेगी, एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह का कहना है कि सरकार और विभाग की तरफ से हर दवा दुकानों पर फार्मासिस्ट रखने का आदेश जारी किया गया है और पूरे बिहार में करीब करीब 35,000 दवा की दुकानें हैं और फार्मासिस्ट की उपलब्धता मात्र साढ़े सात हजार...


Body:एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रसन्न सिंह ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सरकार और विभाग की ओर से हर दुकानों पर फार्मासिस्ट उपलब्ध रहने के आदेश दिए गए हैं और पूरे बिहार में कितने फार्मासिस्ट उपलब्ध ही नहीं वही प्रसन्न ने बताया कि फार्मासिस्ट समस्या का जब तक सरकार के द्वारा समाधान नहीं हो जाता तब तक विभाग के द्वारा जारी किए गए सभी लाइसेंस धारी दुकानदारों के साथ निरीक्षण के दौरान इस नियम की आड़ में दुकानदारों को विभागीय उत्पीड़न एवं शोषण बंद किया जाए वहीं दूसरी ओर दवा दुकानों में निरीक्षण के दौरान ड्रग एक्ट परिभाषित फॉर्म 35 के अनुसार ही निरीक्षण करने की मांग एसोसिएशन की ओर से की गई है....


Conclusion:वही एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशन सिंह ने बताया कि सरकार से कई बार बातचीत होने के बाद भी सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी है और इसी बात को लेकर वह लोग 3 दिन के लिए पूरे सूबे के दवा दुकान बंद रखने का ऐलान किया गया है प्रसन्न ने बताया की सरकार अगर उनकी बातें इन 3 दिनों के बंदी के बाद भी नहीं मानती है तो मार्च में पूरे बिहार के दवा दुकान दुकानदार अपनी दुकानों को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर देंगे मार्च में दवा दुकानदार अपनी दवा दुकानें तो खुली रखेंगे पर उसमें दवाई नहीं होगी....
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