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को-वैक्सीन पर फटाफट दूर कीजिए आशंका, आपके हर सवाल का जवाब दे रहे डॉ तेजस्वी

डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने कहा कि कोरोना वैक्सीन से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार कई चरणों के टेस्ट के बाद ही इसे मान्यता दी है.

Corona vaccine
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Published : Dec 18, 2020, 10:39 PM IST

पटनाः कोरोना वैक्सीन के भारत में जल्द आने की संभावना बन रही है. ऐसे में लोगों को मन में वैक्सीन को लेकर कई प्रकार के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. वैक्सीन कब तक आएगी, यह कितना सुरक्षित और कारगर होगी. पटना के लोग वैक्सीन को लेकर क्या सोचते हैं, इस संबंध में उनकी क्या आशंकाएं है. इसके लिए ईटीवी भारत में कुछ लोगों से बात की और वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी से उसका जवाब जाना.

युवक राजीव कुमार का सवालः बहुत दिनों से वैक्सीन को लेकर चर्चा है. लेकिन कब तक आएगा यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. वैक्सीन का असर शरीर में कितने दिनों तक रहेगा इसे लेकर मन में दुविधा है.

डॉक्टर का जवाबः कोरोना के रूप में एक ऐसी महामारी सामने आई है, जिससे पूरा विश्व त्रस्त है. दुनिया भर के साइंटिस्ट इस पर रिसर्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना का वैक्सीन बहुत ही कम और रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. कोरोना की भयावहता और विस्तार को देखते हुए सभी जगह इसकी इमरजेंसी अप्रूवल दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सामान्यता इस प्रकार की वैक्सीन बनने में काफी समय लगता है, लेकिन आपात स्थिति को देखते हुए साइंटिस्ट और डॉक्टर ने सभी पहलुओं का जांच करते हुए वैक्सीन को अनुमति दी है. उन्होंने कहा कि मेडिसिन और वैक्सीन के अप्रूवल के लिए जो सर्वोच्च संस्था होती है, उसने अप्रूव कर दिया है.

देखें वीडियो

डॉ. ने कहा कि अमेरिका का फाइजर वैक्सीन कई देशों में अप्रूव है, मगर भारत में अभी इसे उपयोग नहीं किया गया है. क्योंकि भारतीय परिवेश में इस वैक्सीन के असर को एग्जामिन किया जा रहा है और अभी यह ट्रायल पीरियड में है. उन्होंने कहा कि भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का वैक्सीन जो सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोलैबोरेशन से बन रही है. उसे भारतीय बाजार में अप्रूव करने की संभावना बन रही है. लेकिन अभी इसे आने में चंद महीने और लगेंगे. वैक्सीन पहले स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाएगा, उसके बाद कोमोरबिड व्यक्तियों को और इसके बाद स्वस्थ व्यक्तियों का नंबर आएगा. उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को टीका लगने में कम से कम अप्रैल-मई माह तक का समय लग सकता है.

युवक रवि देव का सवालः कुछ देशों में कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी देखने को मिले हैं. इसलिए यह कितना कारगर होगा, इसे लेकर आशंका है.

डॉक्टर का जवाबः कोरोना वैक्सीन से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार कई चरणों के टेस्ट के बाद ही इसे मान्यता दी है. किसी भी वैक्सीनेशन का एक्सेप्शनल साइड इफेक्ट जरूर रहता है. लेकिन उससे कोई खास समस्या नहीं होती है. उन्होंने कहा कि एलर्जी से जुड़ी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है.

पटनाः कोरोना वैक्सीन के भारत में जल्द आने की संभावना बन रही है. ऐसे में लोगों को मन में वैक्सीन को लेकर कई प्रकार के सवाल भी खड़े हो रहे हैं. वैक्सीन कब तक आएगी, यह कितना सुरक्षित और कारगर होगी. पटना के लोग वैक्सीन को लेकर क्या सोचते हैं, इस संबंध में उनकी क्या आशंकाएं है. इसके लिए ईटीवी भारत में कुछ लोगों से बात की और वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. दिवाकर तेजस्वी से उसका जवाब जाना.

युवक राजीव कुमार का सवालः बहुत दिनों से वैक्सीन को लेकर चर्चा है. लेकिन कब तक आएगा यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. वैक्सीन का असर शरीर में कितने दिनों तक रहेगा इसे लेकर मन में दुविधा है.

डॉक्टर का जवाबः कोरोना के रूप में एक ऐसी महामारी सामने आई है, जिससे पूरा विश्व त्रस्त है. दुनिया भर के साइंटिस्ट इस पर रिसर्च कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना का वैक्सीन बहुत ही कम और रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है. कोरोना की भयावहता और विस्तार को देखते हुए सभी जगह इसकी इमरजेंसी अप्रूवल दी जा रही है. उन्होंने कहा कि सामान्यता इस प्रकार की वैक्सीन बनने में काफी समय लगता है, लेकिन आपात स्थिति को देखते हुए साइंटिस्ट और डॉक्टर ने सभी पहलुओं का जांच करते हुए वैक्सीन को अनुमति दी है. उन्होंने कहा कि मेडिसिन और वैक्सीन के अप्रूवल के लिए जो सर्वोच्च संस्था होती है, उसने अप्रूव कर दिया है.

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डॉ. ने कहा कि अमेरिका का फाइजर वैक्सीन कई देशों में अप्रूव है, मगर भारत में अभी इसे उपयोग नहीं किया गया है. क्योंकि भारतीय परिवेश में इस वैक्सीन के असर को एग्जामिन किया जा रहा है और अभी यह ट्रायल पीरियड में है. उन्होंने कहा कि भारत में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का वैक्सीन जो सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोलैबोरेशन से बन रही है. उसे भारतीय बाजार में अप्रूव करने की संभावना बन रही है. लेकिन अभी इसे आने में चंद महीने और लगेंगे. वैक्सीन पहले स्वास्थ्य कर्मियों को दिया जाएगा, उसके बाद कोमोरबिड व्यक्तियों को और इसके बाद स्वस्थ व्यक्तियों का नंबर आएगा. उन्होंने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को टीका लगने में कम से कम अप्रैल-मई माह तक का समय लग सकता है.

युवक रवि देव का सवालः कुछ देशों में कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी देखने को मिले हैं. इसलिए यह कितना कारगर होगा, इसे लेकर आशंका है.

डॉक्टर का जवाबः कोरोना वैक्सीन से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सरकार कई चरणों के टेस्ट के बाद ही इसे मान्यता दी है. किसी भी वैक्सीनेशन का एक्सेप्शनल साइड इफेक्ट जरूर रहता है. लेकिन उससे कोई खास समस्या नहीं होती है. उन्होंने कहा कि एलर्जी से जुड़ी कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं, लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है.

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