ETV Bharat / state

डॉ. दयाल फाउंडेशन ने सुधा वर्गीज की संस्था नारी गुंजन के 22 बच्चों को लिया गोद, 2 साल तक उठाएगी खर्च - patna latest news

सुधा वर्गीज ने दयाल फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि दयाल फाउंडेशन जैसी कई संस्था को आगे आना चाहिए, ताकि बच्चों को वो सबकुछ मिल सके जो दूसरे बच्चों को मिलता है.

डॉ दयाल फाउंडेशन और संस्था नारी गुंजन
author img

By

Published : Jul 31, 2019, 12:24 PM IST

पटना: संस्था नारी गुंजन की संस्थापक पद्मश्री सुधा वर्गीज बेसहारा औरतों और छोटे अनाथ बच्चों के लिए लंबे समय से काम कर रही हैं. अब उनके साथ इस सामाजिक कार्य में कई अन्य संस्था भी जुड़ने लगे हैं. ऐसी ही पटना की एक संस्था डॉ दयाल फाउंडेशन डॉ संकेसवर दयाल की पुण्यतिथि पर सुधा वर्गीज के संस्था के साथ जुड़ गई. इस फाउंडेशन ने संस्था के 22 छोटे बच्चों को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है.

patna
सुधा वर्गीज संस्था नारी गुंजन की संस्थापक

डॉ दयाल फाउंडेशन ने नारी गुंजन संस्था को लिया गोद
पद्मश्री सुधा वर्गीज शुरू से सामाजिक कार्यो से जुड़ी रही हैं और अपने स्तर से ऐसे तबके के लिए काम करती हैं जो पूरी तरह से बेसहारा है. सुधा वर्गीज के काम को देखते हुए कई संस्था उनके साथ जुड़ने लगी है. ऐसी ही एक संस्था है डॉ दयाल फाउंडेशन, जिसने बैंगलुरु में अनाथ बच्चों के एक स्कूल को गोद ले रखा है. यह फाउंडेशन 13 सालों से ऐसे ही काम कर रहा है. इस फाउंडेशन ने सुधा वर्गीज की संस्था नारी गुंजन को 2 साल के लिए गोद लिया है.

patna
डॉ दयाल फाउंडेशन

नारी गुंजन संस्था में 22 ऐसे छोटे बच्चे हैं जिनकी उम्र 6 माह से लेकर 6 साल तक है. डॉ दयाल फाउंडेशन ने उन्हीं 22 बच्चों को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है. फाउंडेशन अगले 2 साल तक उन सभी 22 बच्चों का सारा खर्च उठाएगी.

पिछले 13 सालों से कर रहे हैं गरीब बच्चों की मदद

फाउंडेशन के अध्यक्ष निशांत दयाल ने बताया कि उनकी संस्था अगले दो साल तक नारी गुंजन के बच्चों को दूध, कपड़े, पढ़ाई के समान और पैम्पर्स जैसी वस्तुएं देगी. इसके अलावा बच्चों की और भी जरूरतों को भी पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि सुधा वर्गीज के साथ जुड़कर काफी अच्छा लग रहा है और आगे भी वो उनकी संस्था से जुड़े रहेंगे.

डॉ दयाल फाउंडेशन ने संस्था नारी गुंजन के बच्चों को गोद लिया

वहीं, सुधा वर्गीज ने दयाल फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि दयाल फाउंडेशन जैसी कई संस्था को आगे आना चाहिए, ताकि बच्चों को वो सबकुछ मिल सके जो दूसरे बच्चों को मिलता है. उन्होंने कहा कि वह समाज के लिए कुछ अच्छा करने का एक छोटा सा प्रयास किया है. अब कई लोग उनके प्रयास से जुड़ रहे हैं और उनके काम में हाथ बंटाकर उनका साथ दे रहे हैं जो काफी अच्छी बात है.

पटना: संस्था नारी गुंजन की संस्थापक पद्मश्री सुधा वर्गीज बेसहारा औरतों और छोटे अनाथ बच्चों के लिए लंबे समय से काम कर रही हैं. अब उनके साथ इस सामाजिक कार्य में कई अन्य संस्था भी जुड़ने लगे हैं. ऐसी ही पटना की एक संस्था डॉ दयाल फाउंडेशन डॉ संकेसवर दयाल की पुण्यतिथि पर सुधा वर्गीज के संस्था के साथ जुड़ गई. इस फाउंडेशन ने संस्था के 22 छोटे बच्चों को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है.

patna
सुधा वर्गीज संस्था नारी गुंजन की संस्थापक

डॉ दयाल फाउंडेशन ने नारी गुंजन संस्था को लिया गोद
पद्मश्री सुधा वर्गीज शुरू से सामाजिक कार्यो से जुड़ी रही हैं और अपने स्तर से ऐसे तबके के लिए काम करती हैं जो पूरी तरह से बेसहारा है. सुधा वर्गीज के काम को देखते हुए कई संस्था उनके साथ जुड़ने लगी है. ऐसी ही एक संस्था है डॉ दयाल फाउंडेशन, जिसने बैंगलुरु में अनाथ बच्चों के एक स्कूल को गोद ले रखा है. यह फाउंडेशन 13 सालों से ऐसे ही काम कर रहा है. इस फाउंडेशन ने सुधा वर्गीज की संस्था नारी गुंजन को 2 साल के लिए गोद लिया है.

patna
डॉ दयाल फाउंडेशन

नारी गुंजन संस्था में 22 ऐसे छोटे बच्चे हैं जिनकी उम्र 6 माह से लेकर 6 साल तक है. डॉ दयाल फाउंडेशन ने उन्हीं 22 बच्चों को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है. फाउंडेशन अगले 2 साल तक उन सभी 22 बच्चों का सारा खर्च उठाएगी.

पिछले 13 सालों से कर रहे हैं गरीब बच्चों की मदद

फाउंडेशन के अध्यक्ष निशांत दयाल ने बताया कि उनकी संस्था अगले दो साल तक नारी गुंजन के बच्चों को दूध, कपड़े, पढ़ाई के समान और पैम्पर्स जैसी वस्तुएं देगी. इसके अलावा बच्चों की और भी जरूरतों को भी पूरा करेगी. उन्होंने कहा कि सुधा वर्गीज के साथ जुड़कर काफी अच्छा लग रहा है और आगे भी वो उनकी संस्था से जुड़े रहेंगे.

डॉ दयाल फाउंडेशन ने संस्था नारी गुंजन के बच्चों को गोद लिया

वहीं, सुधा वर्गीज ने दयाल फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि दयाल फाउंडेशन जैसी कई संस्था को आगे आना चाहिए, ताकि बच्चों को वो सबकुछ मिल सके जो दूसरे बच्चों को मिलता है. उन्होंने कहा कि वह समाज के लिए कुछ अच्छा करने का एक छोटा सा प्रयास किया है. अब कई लोग उनके प्रयास से जुड़ रहे हैं और उनके काम में हाथ बंटाकर उनका साथ दे रहे हैं जो काफी अच्छी बात है.

Intro:पद्मश्री सुधा वर्गीज बेसहारा औरतों और छोटे छोटे अनाथ बच्चो के लिए काफी लंबे समय से काम कर रही है और अब उनके साथ इस सामाजिक कार्य में कई अन्य संस्था भी जुड़ रही है। मंगलवार को पटना की एक संस्था डॉ दयाल फाउंडेशन ने सुधा वर्गीज के साथ हाँथ मिलाते हुए उनकी संस्था के 22 छोटे बच्चो को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है।


Body:दानापुर में संस्था नारी गुंजन एक ऐसी संस्था है जो बेसहारा औरतों और अनाथ बच्चो के लिए काम करती है। इसकी संस्थापक पद्मश्री सुधा वर्गीज का नाम किसी पहचान की मोहताज नही है। सुधा वर्गीज शुरू से सामाजिक कार्यो से जुड़ी रही है और अपने स्तर से ऐसे तबके के लिए काम करती है जो पूरी तरह से बेसहारा है। सुधा वर्गीज के काम को देखते हुए कई संस्था उनके साथ जुड़ रही है। ऐसी ही एक संस्था है डॉ दयाल फाउंडेशन जिसने बैंगलुरु में अनाथ बच्चो के एक स्कूल को गोद ले रखा है उसी तर्ज पर वो सुधा वर्गीज की संस्था नारी गुंजन से भी हाँथ मिलाया है। सुधा वर्गीज की संस्था में 22 ऐसे छोटे बच्चे है जिनकी उम्र 6 माह से लेकर 6 साल तक हैं । डॉ दयाल फाउंडेशन ने उन्ही 22 बच्चो को अगले 2 साल के लिए गोद लिया है। फाउंडेशन अगले 2 साल तक उन सभी 22 बच्चो का सारा खर्च उठाएगी। संस्था के अध्यक्ष निशांत दयाल ने बताया कि उनकी संस्था अगले दो साल तक नारी गुंजन के बच्चो को दूध,कपड़े,पढ़ाई के समान और पैम्पर्स जैसी वस्तुएं मुहैया कराएगी । इसके अलावा बच्चो के और भी तरह की जरूरतों को भी पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि सुधा वर्गीज के साथ जुड़कर काफी अच्छा लग रहा है और आगे भी वो उनकी संस्था से जुड़े रहेंगे।


Conclusion:मंगलवार को नारी गुंजन संस्था में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर दयाल फाउंडेशन ने सुधा वर्गीज को बच्चो के लिए कपड़े,स्कूल बैग,किताब,पेन्सिल, कलर, बेबी फ़ूड,दूध और बेबी पाउडर जैसी सामग्री भेंट की। इस मौके पर सुधा वर्गीज ने दयाल फाउंडेशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि वो बच्चो के लिए काम करती है पर सिर्फ उनके प्रयास से बच्चो की हर जरूरत पूरी नही हो सकती जरूरत है दयाल फाउंडेशन जैसे कई संस्था के आगे आने की ताकि बच्चो को वो सबकुछ मिल सके जो दूसरे बच्चो को मिलता है। सुधा वर्गीज ने कहा कि उन्होंने समाज के लिए कुछ अच्छा करने का एक छोटा सा प्रयास किया है अब कई लोग उनके प्रयास से जुड़ रहे है और उनके काम मे हाँथ बटाकर उनका साथ दे रहे है जो काफी अच्छी बात है।
बाइट - निशांत दयाल - अध्यक्ष - डॉ दयाल फाउंडेशन
बाइट - सुधा वर्गीज - संस्थापक - नारी गुंजन संस्था

कुणाल सिंह...ईटीवी भारत...दानापुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.