पटना: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्मश्री डॉ. सीपी ठाकुर ने कोरोना फाइटरों की सुरक्षा की बात कही है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से जंग में अग्रिम पंक्ति के योद्धा बने देश के चिकित्सक, नर्स, सुरक्षाकर्मी, मीडिया और सफाईकर्मी के साथ हो रहे हमले और मारपीट की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. उन्होंने लोगों से अपील किया कि वो ऐसा ना करें.
डॉ. सीपी ठाकुर ने कहा कि देश में सुरक्षाकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों के सामने इस समय दो चुनौती है. पहला कोरोना वायरस और दूसरा वे लोग जो सब जानने-समझने के बावजूद भी इन योद्धाओं के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं. चेन्नई में डॉ. साइमन हरक्युलिस की मौत कोरोना से हुई. जब शव को दफनाने के लिए उनके साथी और परिजन कब्रिस्तान पहुंचे, तो भीड़ ने एम्बुलेंस पर पत्थरों और लाठी से हमला कर दिया. इंदौर में भी महिला कोरोना योद्धा पर हमला किया गया. ऐसे कई घटनाएं देश में असामाजिक तत्व लगातार कर रहे हैं. ये काफी दुखद और निंदनीय है. ऐसे असामाजिक तत्वों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
'स्वास्थ्य कर्मी अपनी जान पर खेलकर लोगों की कर रहे सेवा'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सरकार से कोरोना संकट से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु कड़ा कानून बनाने की मांग की. वैश्विक महामारी में डॉक्टर्स, पारा मेडिकल टीम, नर्स, एंबुलेंस चालक, सफाईकर्मी सहित मेडिकल क्षेत्र से जुड़े विभिन्न सेवादूत खुद की परवाह किए बिना अपनी सेवाएं लगातार दे रहे हैं. ये जानते हुए भी कि कोरोना के संक्रमण से वो भी सुरक्षित नहीं हैं, इसके बावजूद खुद की परवाह किए बगैर सेवा में लगे इन कर्मचारियों की सुरक्षा की चिंता होना लाजिमी है.
'सुरक्षा को लेकर ठोस पहल की जाए'
डॉ. ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से कहीं ना कहीं वैश्विक महामारी कोरोना से लड़ रहे लोगों का हौसला टूटता है. इसका असर हमारी स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा. वर्तमान परिस्थिति में इस बात की आवश्यकता है कि उनकी सुरक्षा को लेकर ठोस पहल की जाए ताकि मेडिकल सेवा से जुड़े लोग निर्बाध रूप से अपनी सेवाएं देते रहें.