पटना: बिहार की अंतरराष्ट्रीय स्तर की रग्बी खिलाड़ी अंतिमा कुमारी पर डोपिंग का चार्ज (Doping charges on Anthima Kumari) लगा है और नेशनल डोपिंग एजेंसी ने उन्हें इसके लिए 2 साल के लिए बैन कर दिया है. भारत में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई रग्बी का प्लेयर डोपिंग के मामले में बैन हुआ है. नेशनल डोपिंग एजेंसी की जांच में भुनेश्वर में एक आउट ऑफ कंपटीशन परीक्षण के दौरान अंतिमा के यूरिन के नमूने में प्रतिबंधित पदार्थ टैमोक्सीफेन के अंश पाए गए. जिसके बाद नाडा यानी कि नेशनल डोपिंग एजेंसी ने अनुच्छेद 2.1 का दोषी पाया और उसके बाद 2 साल के लिए खेल पर बैन लगाया.
ये भी पढ़ें- 'विराट भैया की टीम में खेलना है'.. खपरैल घर के सामने बनाई पिच; जुनूनी पिता का जुनूनी बेटा
अंतिमा ने अपनी ओर से कहा है कि वह सभी सुनवाई पैनल से माफी मांगना चाहती हैं और उनके मामले में पूरी तरह से अनजाने में हुई गलती के आधार पर एक बार फिर से वह पैनल से विचार करने का अनुरोध करेंगी. उन्होंने बताया कि इससे पहले दिसंबर में और जून के महीने में पटना में आयोजित हुए सीनियर नेशनल रवि चैंपियंस में भी वह नहीं खेल पाईं. दिसंबर से राष्ट्रीय शिविर से वह बाहर हैं और अगस्त महीने में इंडोनेशिया में होने वाले एशियाई 7 ए साइड चैंपियनशिप के लिए रग्बी इंडिया ने 21 जून से तैयारी शिविर का आयोजन भी शुरू कर दिया है.
अंतिमा ने कहा है कि वह इस शिविर में भी भाग नहीं ले पा रही हैं और इससे पहले वह कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं से वह चूक गई हैं. ऐसे में इन चीजों से वाहन जानती ऐसे में उन्होंने एक बार फिर से रग्बी इंडिया से अनुरोध किया है कि उनके इस फैसले पर एक बार फिर से विचार किया जाए.