पटना: जिले में एनएमसी बिल में संशोधन की मांग को लेकर डॉक्टरों का आंदोलन जारी है. गुरुवार से हड़ताल पर चल रहे पटना एम्स के डॉक्टरों ने शनिवार को कैंडिल मार्च निकालकर अपना विरोध जताया. इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का फोटो दहन कर एनएमसी बिल को वापस लेने मांग की.
बिल में संशोधन करने की है मांग
डॉक्टरों का कहना है कि बिल में चार मुख्य बातें हैं जिनमें संसोधन होना बेहद जरूरी है. उनका कहना है कि बिल में संसोधन नहीं हुआ तो इससे न सिर्फ डॉक्टरों का नुकसान होगा बल्कि आम लोग भी इसका खामियाजा भुगतेंगे. डॉक्टरों ने सरकार से आग्रह किया है कि वो इस बिल में संसोधन करे.
जाने पूरा मामला और क्या है मांग?
देश भर के डॉक्टरों का कहना है कि जब देश में पहले से मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (MCI) थी, तो नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) की जरूरत क्यों महसूस हुई. इस मसले पर नीति आयोग का मानना है कि MCI में डॉक्टरों की लॉबी सक्रिय रहती है. ऐसे में डॉक्टर अपने मूल मकसद से भटक जाते हैं. डॉक्टरों की मांग है कि 'नेक्स्ट' की परीक्षा हटाई जाए पहले जैसा केवल ऑबजेक्टिव एक्जान हो, 50% सीट को फ्री नहीं किया जाए, एनएमसी में नोमिनेटेड मेम्बर न हो, ब्रिज कोर्स खत्म हो.