पटना: राजधानी में जलजमाव के बाद डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में मरीज आ रहे हैं. आईजीआईएमएस के उपाधीक्षक मनीष मंडल ने लोगों को डेंगू से बचने के लिए कहा है, साथ इससे डरने से मना किया है. वहीं, प्रशासन भी इसको लेकर जागरुकता फैलाने के प्रयास में जुटी है.
'डेंगू से ना हों भयभीत'
दरअसल, प्रदेश में बीते 10 दिनों में डर के कारण 1 सौ 50 मरीजों ने खून जांच करवाया. लेकिन इनमें से डेंगू के 46 ही मरीज निकले. इस कारण आईजीआईएमएस के उपाधीक्षक मनीष मंडल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि लोगों को डेंगू से घबराने की जरुरत नहीं है. यदि प्लेटलेट्स 20 हजार के नीचे जाए तभी भर्ती होने की संभावना है. केवल बुखार आने से नहीं. उन्होंने कहा कि यह वायरल बिमारी है. इसका कोई स्पेशल इलाज नहीं होता, केवल इसको लेकर बचाव करने की जरूरत है. सरकार की तरफ से भी डेंगू के मरीजों और लोगों के लिए जागरुकता का काम किया जा रहा है.
स्वयं करें डेंगू से बचाव, रहें सतर्क
मनीष मंडल ने कहा कि सब कुछ सरकार ही नहीं कर सकती है. लोगों को भी जागरूक होना होगा. उन्होंने कहा कि लोगों को खुद बचाव करना होगा और इसके लिए सबसे पहले डेंगू के डर को मन से हटाना होगा. निश्चित तौर पर राजधानी में डेंगू को लेकर लोगों में खौफ है. क्योंकि आम आदमी ही नहीं स्थानीय विधायक भी डेंगू से पीड़ित हो गये हैं. लेकिन फिर भी लोगों को डॉक्टरों की सलाह पर ध्यान देने की जरूरत है.
डेंगू से बचने के लिए ये करें बचाव:-
- अपने आस-पास पानी जमा ना होने दें
- ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं
- बुखार होने पर घबराएं नहीं
- बुखार होने पर पैरासिटामोल टेबलेट लें
- डेंगू के मरीज को मच्छरदानी में सुलाएं
- दिन में शरीर को ढकने वाले कपड़े पहने