ETV Bharat / state

पटना में डीएम ने हेड क्लर्क को किया सस्पेंड, कहा- शिथिलता बर्दाश्त नहीं

पटना डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह (DM Dr Chandrashekhar Singh) द्वारा फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय के निरीक्षण के दौरान दो अधिकारियों पर गाज गिरी है. काफी दिनों से ड्यूटी से गायब रहने के कारण हेड क्लर्क को डीएम ने सस्पेंड कर दिया, जबकि कार्यपालक सहायक की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया.

डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह
डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह
author img

By

Published : Sep 23, 2022, 8:17 AM IST

पटनाः बिहार के पटना में डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने निरीक्षण के दौरान फुलवारीशरीफ अंचल के प्रभारी हेड क्लर्क जितेन्द्र (DM Suspend Head Clerk In Patna) कुमार को सस्पेंड कर दिया है. दरअसल प्रभारी हेड क्लर्क दिनांक 11.09.2022 से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं. वहीं, कार्यपालक सहायक सुजीत कुमार भी 26 जुलाई, 2022 से लगातार गायब हैं. डीएम ने अनुपस्थित कार्यपालक सहायक की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया है. डीएम ने इस दौरान फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय (Phulwarisharif Circle Office) में जनहित के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आदेश दिया.

ये भी पढ़ेंः छात्राओं के साथ जमीन पर बैठकर डीएम चंद्रशेखर सिंह ने किया भोजन, औचक निरीक्षण में पास हुआ स्कूल

फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय का निरीक्षणः पटना के डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने गुरुवार को फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यालय प्रबंधन, पंजियों का संधारण, अनुक्रमणिका पंजी, रोकड़ बही, अतिक्रमणवाद, दाखिल खारिज, परिमार्जन, भूमि विवाद निराकरण हेतु साप्ताहिक बैठक का आयोजन सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की. जिलाधिकारी ने ई-म्यूटेशन अंतर्गत प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की. जिसमें पाया गया कि कुल प्राप्त 82,100 आवेदनों में से वर्तमान समय तक 77,126 मामलों को निष्पादित किया गया है जो कुल प्राप्त आवेदनों का 94 प्रतिशत है. परिमार्जन के तहत 22,313 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें 21,228 आवेदन को निष्पादित कर दिया गया है. यह प्राप्त आवेदनों का 95.14 प्रतिशत है.

आवेदनों को जल्द निष्पादित करने का निर्देशः डीएम ने अंचलाधिकारी को शेष आवेदनों को भी जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया. उन्होंने दाखिल-खारिज के पुराने मामलों को एक सप्ताह के अंदर निष्पादित कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया. पटना डीएम डॉ. सिंह ने समीक्षा में पाया कि अंचल में अतिक्रमणवाद अभिलेखों के संधारण तथा निष्पादन में शिथिलता बरती जा रही है. उन्होंने अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए अतिक्रमणवाद मामलों में विशेष रूचि लेकर त्वरित निष्पादन करने एवं कार्यालय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया.

डीएम ने दो लोगों पर की कार्रवाईः जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान में पाया कि अंचल के प्रभारी प्रधान लिपिक जितेन्द्र कुमार दिनांक 11.09.2022 से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं. कार्यपालक सहायक सुजीत कुमार 26 जुलाई, 2022 से लगातार गायब हैं. इन दोनों पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधान लिपिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. साथ ही अनुपस्थित कार्यपालक सहायक का संविदा समाप्त करने का आदेश मौके पर ही जारी कर दिया. पटना डीएम ने कहा कि जनहित के मामलों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ये भी पढ़ें-पटना DM ने बुजुर्ग महिला से कराया झंडोत्तोलन, उत्साहित बच्चों को देखकर कहा- 'यही पूरे देश की ताकत है'

पटनाः बिहार के पटना में डीएम डॉ चन्द्रशेखर सिंह ने निरीक्षण के दौरान फुलवारीशरीफ अंचल के प्रभारी हेड क्लर्क जितेन्द्र (DM Suspend Head Clerk In Patna) कुमार को सस्पेंड कर दिया है. दरअसल प्रभारी हेड क्लर्क दिनांक 11.09.2022 से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं. वहीं, कार्यपालक सहायक सुजीत कुमार भी 26 जुलाई, 2022 से लगातार गायब हैं. डीएम ने अनुपस्थित कार्यपालक सहायक की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया है. डीएम ने इस दौरान फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय (Phulwarisharif Circle Office) में जनहित के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आदेश दिया.

ये भी पढ़ेंः छात्राओं के साथ जमीन पर बैठकर डीएम चंद्रशेखर सिंह ने किया भोजन, औचक निरीक्षण में पास हुआ स्कूल

फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय का निरीक्षणः पटना के डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने गुरुवार को फुलवारीशरीफ अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कार्यालय प्रबंधन, पंजियों का संधारण, अनुक्रमणिका पंजी, रोकड़ बही, अतिक्रमणवाद, दाखिल खारिज, परिमार्जन, भूमि विवाद निराकरण हेतु साप्ताहिक बैठक का आयोजन सहित विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा की. जिलाधिकारी ने ई-म्यूटेशन अंतर्गत प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा की. जिसमें पाया गया कि कुल प्राप्त 82,100 आवेदनों में से वर्तमान समय तक 77,126 मामलों को निष्पादित किया गया है जो कुल प्राप्त आवेदनों का 94 प्रतिशत है. परिमार्जन के तहत 22,313 आवेदन प्राप्त हुआ जिसमें 21,228 आवेदन को निष्पादित कर दिया गया है. यह प्राप्त आवेदनों का 95.14 प्रतिशत है.

आवेदनों को जल्द निष्पादित करने का निर्देशः डीएम ने अंचलाधिकारी को शेष आवेदनों को भी जल्द निष्पादित करने का निर्देश दिया. उन्होंने दाखिल-खारिज के पुराने मामलों को एक सप्ताह के अंदर निष्पादित कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया. पटना डीएम डॉ. सिंह ने समीक्षा में पाया कि अंचल में अतिक्रमणवाद अभिलेखों के संधारण तथा निष्पादन में शिथिलता बरती जा रही है. उन्होंने अंचलाधिकारी से स्पष्टीकरण करते हुए अतिक्रमणवाद मामलों में विशेष रूचि लेकर त्वरित निष्पादन करने एवं कार्यालय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया.

डीएम ने दो लोगों पर की कार्रवाईः जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण के दौरान में पाया कि अंचल के प्रभारी प्रधान लिपिक जितेन्द्र कुमार दिनांक 11.09.2022 से कार्यालय से अनधिकृत रूप से अनुपस्थित हैं. कार्यपालक सहायक सुजीत कुमार 26 जुलाई, 2022 से लगातार गायब हैं. इन दोनों पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्रधान लिपिक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. साथ ही अनुपस्थित कार्यपालक सहायक का संविदा समाप्त करने का आदेश मौके पर ही जारी कर दिया. पटना डीएम ने कहा कि जनहित के मामलों में शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ये भी पढ़ें-पटना DM ने बुजुर्ग महिला से कराया झंडोत्तोलन, उत्साहित बच्चों को देखकर कहा- 'यही पूरे देश की ताकत है'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.