पटना: प्रदेश के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने गोपालगंज मामले पर अपनी सफाई फेसबुक लाइव के माध्यम से दी है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के लगाए गए आरोप पर डीजीपी ने कहा कि अगर ऐसा ही रहा तो नौकरी छोड़ दूंगा. वहीं, उन्होंने साफ किया कि अब तक जात-पात के नाम पर किसी भी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया हूं.
क्या बोले डीजीपी
फेसबुक लाइव के दौरान डीजीपी ने गोपालगंज मामले पर विस्तृत चर्चा की. इस दौरान वे राजनीतिक पार्टियों की ओर से लगाये गये आरोपों से खासे आहत दिखे. उन्होनें यह भी कहा कि 33 साल से पुलिस की नौकरी कर रहा हूं. दस जिलों में एसपी और 20 जिलों में बतौर आईजी-डीआईजी काम किया हूं. लेकिन आज तक मुझपर ऐसा आरोप किसी ने नहीं लगाया है. गुप्तेश्वर पांडेय ने यह भी बताया कि गोपालगंज ट्रिपल मर्डर मामले में जितने आरोपी थे, सब की गिरफ्तारी हो चुकी है.
पार्टी विशेष को कभी मदद नहीं किया
डीजीपी ने कहा कि नौकरी के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री रहे लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ भी काम किया है. सीएम नीतीश कुमार के साथ भी काम कर रहा हूं. हर वक्त मैनें पूरी इमानदारी से अपनी ड्यूटी निभायी है. सैकड़ों बार अपनी जान जोखिम में डालकर सांप्रदायिक झगड़ों को सुलझाया है. बिहार में अब तक कई चुनाव करवाए हैं. लेकिन इस दौरान मेरे उपर किसी पार्टी विशेष को मदद पहुंचाने या फिर किसी जात-जमात की मदद करने का भी कोई आरोप नहीं लगा है.
पुलिस कर रही जांच
डीजीपी ने बताया कि गोपालगंज मामले में ट्रिपल मर्डर केस में तो तीन लोगों की हत्या तो हुई ही है. लेकिन इसके एक दिन बाद ही एक दूसरे मामले में दो लोगों की हत्या कर दी गयी. आपसी प्रतिशोध के तौर पर अंजाम देने की बात सामने आ रही है. ट्रिपल मर्डर कांड में जहां पीड़ित पक्ष जयप्रकाश चौधरी की तरफ से सतीश पांडेय, मुकेश पांडेय और विधायक पप्पू पांडेय पर केस किया गया, तो ठीक इसके विपरीत दूसरे मामले में सतीष पांडेय के आदमी मारे गये. जिसमें जयप्रकाश चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इन दोनों पक्षों को लेकर पुलिस पूरे मामले का जांच कर रही है. पुलिस पूरे मामले में एक्टिव है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
बरगलाने की हो रही कोशिश
गुप्तेश्वर पांडेय ने विपक्ष की ओर से उठाए गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे कुछ लोगों को गलत सूचना देकर बरगलाया जा रहा है. जो लोग भी ये सूचना उन तक पहुंचा रहे हैं, वे कभी उनके शुभचिंतक नहीं हो सकते. उन्होनें कहा कि सतीश पांडेय निश्चित तौर पर अपराधी है. सतीश पांडेय के खिलाफ अब तक 45 केस दर्ज हुए हैं. जिसमे चोरी से लेकर हत्या तक के गंभीर मामले हैं. वहीं मुकेश पांडेय पर भी कई केस हैं. लेकिन विधायक पप्पू पांडेय पर अब तक कोई आपराधिक मामला नहीं है.