पटना: नवरात्र के अंतिम दिन विजयादशमी के मौके पर आज शहर के अगमकुआं शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. वहीं श्रद्धालुओं ने नवरात्र के अंतिम दिन पूजा पंडालों में स्थापित कलश का आज नम आंखो से गंगा में विसर्जन किया. साथ ही भक्तों ने माता से हर साल मंगलकामनाएं लेकर आने का आग्रह किया और भक्तों पर अपने आशीर्वाद बनाए रखने की कामना भी की.
गंगा में विसर्जित किया गया कलश
बता दें कि विधि विधान से स्थापित किए गए कलश में 9 दिनों तक सर्वौषधि, पंचरत्न, सुपारी, दूर्वा आदि द्रव्यों को डाला जाता है. इसके कारण कलश का जल अमृतमय हो जाता है. मंत्रोच्चार के साथ अमृत रूपी जल से अभिषेक किया जाता है. वह अमृत रूपी जल सभी पापों और रोगों को नष्ट कर देता है. जिसका दशमी के दिन गंगा में विसर्जन कर दिया जाता है.
असत्य पर सत्य की जीत
असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा आज देशभर धूमधाम से मनाया जा रहा है. मां दुर्गा की नौ दिनों तक हुई उपासना के बाद दशहरा का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया जाता है. आज देश के कई हिस्सों में रावण का दहन किया जाता है.
मां दुर्गा की प्रतिमाओं का होगा विसर्जन
भगवान राम के रावण का वध करने और असत्य पर सत्य की विजय के खुशी में इस पर्व को मनाया जाता है. इस दिन जगह जगह रावण दहन किया जाता है. कहा जाता है कि रावण के पुतले को जलाकर हर इंसान अपने अंदर के अहंकार, क्रोध का नाश करता है. इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है.