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पटना: अगमकुआं शीतला मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़, नम आंखो से किया गया कलश विसर्जन

वहीं श्रद्धालुओं ने नवरात्र के अंतिम दिन पूजा पंडालों में स्थापित कलश का आज नम आंखो से गंगा में विसर्जन किया. साथ ही भक्तों ने माता से हर साल मंगलकामनाएं लेकर आने का आग्रह किया.

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Published : Oct 8, 2019, 1:14 PM IST

शीतला मंदिर

पटना: नवरात्र के अंतिम दिन विजयादशमी के मौके पर आज शहर के अगमकुआं शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. वहीं श्रद्धालुओं ने नवरात्र के अंतिम दिन पूजा पंडालों में स्थापित कलश का आज नम आंखो से गंगा में विसर्जन किया. साथ ही भक्तों ने माता से हर साल मंगलकामनाएं लेकर आने का आग्रह किया और भक्तों पर अपने आशीर्वाद बनाए रखने की कामना भी की.

गंगा में विसर्जित किया गया कलश
बता दें कि विधि विधान से स्थापित किए गए कलश में 9 दिनों तक सर्वौषधि, पंचरत्न, सुपारी, दूर्वा आदि द्रव्यों को डाला जाता है. इसके कारण कलश का जल अमृतमय हो जाता है. मंत्रोच्चार के साथ अमृत रूपी जल से अभिषेक किया जाता है. वह अमृत रूपी जल सभी पापों और रोगों को नष्ट कर देता है. जिसका दशमी के दिन गंगा में विसर्जन कर दिया जाता है.

patna
कलश का हुआ विसर्जन

असत्य पर सत्य की जीत
असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा आज देशभर धूमधाम से मनाया जा रहा है. मां दुर्गा की नौ दिनों तक हुई उपासना के बाद दशहरा का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया जाता है. आज देश के कई हिस्सों में रावण का दहन किया जाता है.

विजयादशमी पर शीतला माता मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

मां दुर्गा की प्रतिमाओं का होगा विसर्जन
भगवान राम के रावण का वध करने और असत्य पर सत्य की विजय के खुशी में इस पर्व को मनाया जाता है. इस दिन जगह जगह रावण दहन किया जाता है. कहा जाता है कि रावण के पुतले को जलाकर हर इंसान अपने अंदर के अहंकार, क्रोध का नाश करता है. इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है.

पटना: नवरात्र के अंतिम दिन विजयादशमी के मौके पर आज शहर के अगमकुआं शीतला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. वहीं श्रद्धालुओं ने नवरात्र के अंतिम दिन पूजा पंडालों में स्थापित कलश का आज नम आंखो से गंगा में विसर्जन किया. साथ ही भक्तों ने माता से हर साल मंगलकामनाएं लेकर आने का आग्रह किया और भक्तों पर अपने आशीर्वाद बनाए रखने की कामना भी की.

गंगा में विसर्जित किया गया कलश
बता दें कि विधि विधान से स्थापित किए गए कलश में 9 दिनों तक सर्वौषधि, पंचरत्न, सुपारी, दूर्वा आदि द्रव्यों को डाला जाता है. इसके कारण कलश का जल अमृतमय हो जाता है. मंत्रोच्चार के साथ अमृत रूपी जल से अभिषेक किया जाता है. वह अमृत रूपी जल सभी पापों और रोगों को नष्ट कर देता है. जिसका दशमी के दिन गंगा में विसर्जन कर दिया जाता है.

patna
कलश का हुआ विसर्जन

असत्य पर सत्य की जीत
असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक दशहरा आज देशभर धूमधाम से मनाया जा रहा है. मां दुर्गा की नौ दिनों तक हुई उपासना के बाद दशहरा का पर्व परंपरागत तरीके से मनाया जाता है. आज देश के कई हिस्सों में रावण का दहन किया जाता है.

विजयादशमी पर शीतला माता मंदिर में उमड़ी भक्तों की भीड़

मां दुर्गा की प्रतिमाओं का होगा विसर्जन
भगवान राम के रावण का वध करने और असत्य पर सत्य की विजय के खुशी में इस पर्व को मनाया जाता है. इस दिन जगह जगह रावण दहन किया जाता है. कहा जाता है कि रावण के पुतले को जलाकर हर इंसान अपने अंदर के अहंकार, क्रोध का नाश करता है. इस दिन मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाता है.

Intro:नवरात्र के अंतिम दिन यानी विजय दशमी के मौके पर आज अगमकुआँ शितला मन्दिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी,और श्रद्धालुओं ने नवरात्र के अंतिम दिन माँ को चरणस्पर्श कर मंगलकामना की और नवरात्र शुख-शांति से सफल हुआ इसके लिये माता शितला को बधाई देते हुए कहा कि अपने भक्तों पर इसी तरह अपना आशीर्वाद बनाते रहियेगा।


Body:नवरात्र के अंतिम दिन विजय दसवीं के मौके ओर सभी लोग नम आंखों से कलश गंगा में अहले सुबह विसर्जन किया।और माता से हर साल मंगल कामना लेकर आने को आग्रह किया।


Conclusion:स्टोरी:-शितला मन्दिर में उमड़ी श्रद्धालुओ की भीड़।
रिपोर्ट:-पटना सिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-08-10-019.
एंकर:-पटना सिटी,नवरात्र के अंतिम दिन विजय दसवीं के मौके पर अगमकुआँ शितला मन्दिर में भक्तों की काफी भीड़ उमड़ी,लोग अगमकुआँ शितला मन्दिर में पूजा अर्चना कर माँ से मंगल कामना की साथ ही आज सुवह में सभी देवी मन्दिरो एवम पूजा पंडालों में स्थापित कलश को आज गंगा में अहले सुबह विसर्जन किया और माता से हर साल मंगल कामना लेकर आने की आग्रह किया साथ मे सभी भक्तों पर अपनी आशीर्वाद रखने की कामना की।देखिये एक रिपोर्ट।
बाईट(मनोज उर्फ छोटू -पुजारी अगमकुआँ मन्दिर और विनोद प्रसाद-श्रद्धालु)
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