पटना: कोविड-19 की वजह से पूरी दुनिया प्रभावित हुई. बिहार के नगर विकास विभाग के लिए भी यह साल किसी बुरे सपने की तरह रहा. एक तरफ पटना साल 2019 में जलजमाव की समस्या से काफी परेशान रहा. वहीं, दूसरी तरफ पटना मेट्रो के उद्घाटन के बाद भी काम में तेजी नहीं आ पाई. इसके साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर भी बिहार की जबरदस्त किरकिरी हुई.
हालांकि बिहार के नए उपमुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दावा किया है कि साल 2021 में सब बढ़िया होगा और अधूरे पड़े काम पूरे होंगे. बिहार के लोगों की सालों पुरानी मांग पटना में मेट्रो रेल का परिचालन है. लेकिन पटना मेट्रो प्रोजेक्ट उद्घाटन के कई महीनों बाद भी अब तक परवान नहीं चढ़ पाया है. इसे लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री और नगर विकास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया कि उन्होंने अधिकारियों से पटना मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा की है और इस पर तेजी से काम करने के निर्देश दे दिए गए हैं.
जलजमाव पर काम बाकी
इसके बाद पटना समेत राज्य के अन्य शहरों में जलजमाव की समस्या को लेकर नगर विकास मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि इस बारे में बिहार के तमाम प्रमंडलों में अलग-अलग बैठक उन्होंने की है. जिसमें अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि साल में 3 बार नालों की उड़ाही होगी. सफाई और स्वच्छता से किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा. साथ ही नगर विकास मंत्री ने कहा कि कोविड-19 की वजह से विभाग के काम प्रभावित हुए हैं. कई योजनाएं या तो शुरू नहीं हो पाई या शुरू होने के बाद उन पर काम तेजी से नहीं हो पाया. अब चुनाव भी खत्म हो चुके हैं और अब काम करने का वक्त है.
बेघरों को मिलेगा घर
इसके अलावा मंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि साल 2020 में हमने चुनाव में जो वायदे किए उसके मुताबिक बेघर लोगों को बहुमंजिला इमारत बनाकर आवास की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. साथ ही साल 2021 में बिहार में स्वच्छता पर विशेष जोर रहेगा. हमारे प्रधानमंत्री भी स्वच्छता को लेकर काफी सजग हैं.
हर शहर में बाइपास बनेगा
राज्य के नगरों में ट्रैफिक जाम की समस्या पर उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने चुनाव में भी वायदे किए थे कि जिन शहरों में जाम की समस्या है, वहां बाईपास का निर्माण होगा. इस पर भी इस साल तेजी से काम होगा, ताकि शहर के लोगों की समस्या को दूर किया जा सके.
बिहारवासियों के सपने जो 2020 में रह गए अधूरे
- वेंडिंग जोन नहीं बनने से अतिक्रमण की समस्या बढ़ी.
- शहरों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन.
- जलजमाव की समस्या.
- पटना और मुजफ्फरपुर समेत अन्य शहरों में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के काम अधूरे.
- पटना मेट्रो के काम में नहीं आई तेजी.
- पटना और मुजफ्फरपुर समेत कई शहरों में जाम की समस्या.
- पटना समेत अन्य शहरों में यूरिनल और शौचालय की समस्या.
- स्वच्छ शहरों की श्रेणी में लगातार पिछड़ रहे पटना और मुजफ्फरपुर समेत बिहार के सभी शहर.
- गंगा नदी में सीवरेज वाटर डिस्चार्ज पर रोक नहीं लग पाई.