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STET परीक्षा रद्द करने के फैसले को वापस लेने की मांग, आइसा ने राष्ट्रीय विरोध दिवस पर किया प्रदर्शन - राष्ट्रीय विरोध दिवस पर आईसा का प्रदर्शन

आइसा के राज्य सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि 20 लाख करोड़ के पैकेज में छात्रों के लिए 1 पैसा भी खर्च नहीं हुआ. सरकार इसका जवाब दे कि क्या छात्रों के लिए कोई पैकेज नहीं है.

प्रतिरोध दिवस
प्रतिरोध दिवस
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Published : May 26, 2020, 9:01 PM IST

पटनाः छात्र संगठन आइसा ने शिक्षा और रोजगार के सवालों के साथ राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस मनाया. बिहार के तमाम जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत प्रतिरोध दिवस का आयोजन किया गया. पटना के चितकोहरा में भी आइसा ने प्रतिरोध दिवस मनाया. आइसा ने एसटीईटी की परीक्षा में हुई धांधली करने वाले का नाम उजागर करने समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.

आइसा के राज्य सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि बिहार सरकार के जरिए एसटीईटी की परीक्षा रद्द कर दी गई लेकिन इसका ठोस कारण नहीं बताया. न ही उसमें धांधली करने वाले का नाम उजागर हुआ. एक तो 8 साल बाद परीक्षा का आयोजन हुआ. उसके बाद रिजल्ट आने के समय परीक्षा रद्द करना यह सरकार की कौन सी मानिसकता है.

patna
विरोध करते आईसा के छात्र

'मोदी-नीतीश सरकार रोजगार देना नहीं चाहती'
आकाश कश्यप ने कहा कि असल में मोदी-नीतीश की सरकार रोजगार देना ही नहीं चाहती. आइसा बिहार राज्य सरकार से मांग करता है कि परीक्षा को रॉल बैक किया जाए और इस परीक्षा में जो धांधली की बात हुई है. धांधली करने वाले का नाम उजागर हो और उन पर करवाई करे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सरकार के खिलाफ विधानसभा मार्च
आइसा के राज्य सचिव ने ये भी कहा कि पूरे बिहार में आधे से ज्यादा शिक्षक के पद खाली हैं. उस पर से जो रोजगार मिलना था, उससे भी वंचित किया जा रहा है. सरकार के छात्र विरोधी फैसले का हम विरोध करते हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी भरी लफ्जो में कहा कि परीक्षा को रॉल बैक करे नहीं तो लॉक डाउन के बाद हम विधानसभा मार्च करके सरकार को घेरेंगे.

आइसा की अन्य मांगे....

1.एसटीईटी की परीक्षा रद्द करने का फैसला तुरंत वापस लो और रिक्त पड़े शिक्षकों के सभी पदों को अविलंब भरो
2.राजधानी पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों में किराये के मकान में रह कर अध्ययन कर रहे छात्रों का रूम रेंट माफ किया जाए
3.ऑनलाइन क्लास के लिए सभी छात्रों के पास स्मार्टफोन और तेज इंटरनेट हो, इसकी गारंटी की जाए
4.सभी छात्रों की लंबित छात्रवृत्ति को मई 2020 तक तुरंत दिया जाए
5.विकलांग छात्रों के लिए एक्शन प्लान की घोषणा करो ताकि उनका अध्ययन जारी रह सके
6.घर से बाहर रह रहे सभी छात्रों को आई कार्ड के आधार पर राशन देने की व्यवस्था की जाए
7.मीड डे मील की राशि को अविलंब छात्रों को दिया जाए
8.छात्रों- युवाओं के लिए 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम' की घोषणा की जाए
9.स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अध्ययरत छात्र- छात्राओं की फीस माफ़ की जाए

पटनाः छात्र संगठन आइसा ने शिक्षा और रोजगार के सवालों के साथ राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस मनाया. बिहार के तमाम जिलों में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत प्रतिरोध दिवस का आयोजन किया गया. पटना के चितकोहरा में भी आइसा ने प्रतिरोध दिवस मनाया. आइसा ने एसटीईटी की परीक्षा में हुई धांधली करने वाले का नाम उजागर करने समेत 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया.

आइसा के राज्य सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि बिहार सरकार के जरिए एसटीईटी की परीक्षा रद्द कर दी गई लेकिन इसका ठोस कारण नहीं बताया. न ही उसमें धांधली करने वाले का नाम उजागर हुआ. एक तो 8 साल बाद परीक्षा का आयोजन हुआ. उसके बाद रिजल्ट आने के समय परीक्षा रद्द करना यह सरकार की कौन सी मानिसकता है.

patna
विरोध करते आईसा के छात्र

'मोदी-नीतीश सरकार रोजगार देना नहीं चाहती'
आकाश कश्यप ने कहा कि असल में मोदी-नीतीश की सरकार रोजगार देना ही नहीं चाहती. आइसा बिहार राज्य सरकार से मांग करता है कि परीक्षा को रॉल बैक किया जाए और इस परीक्षा में जो धांधली की बात हुई है. धांधली करने वाले का नाम उजागर हो और उन पर करवाई करे.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

सरकार के खिलाफ विधानसभा मार्च
आइसा के राज्य सचिव ने ये भी कहा कि पूरे बिहार में आधे से ज्यादा शिक्षक के पद खाली हैं. उस पर से जो रोजगार मिलना था, उससे भी वंचित किया जा रहा है. सरकार के छात्र विरोधी फैसले का हम विरोध करते हैं. उन्होंने सरकार को चेतावनी भरी लफ्जो में कहा कि परीक्षा को रॉल बैक करे नहीं तो लॉक डाउन के बाद हम विधानसभा मार्च करके सरकार को घेरेंगे.

आइसा की अन्य मांगे....

1.एसटीईटी की परीक्षा रद्द करने का फैसला तुरंत वापस लो और रिक्त पड़े शिक्षकों के सभी पदों को अविलंब भरो
2.राजधानी पटना सहित सभी जिला मुख्यालयों में किराये के मकान में रह कर अध्ययन कर रहे छात्रों का रूम रेंट माफ किया जाए
3.ऑनलाइन क्लास के लिए सभी छात्रों के पास स्मार्टफोन और तेज इंटरनेट हो, इसकी गारंटी की जाए
4.सभी छात्रों की लंबित छात्रवृत्ति को मई 2020 तक तुरंत दिया जाए
5.विकलांग छात्रों के लिए एक्शन प्लान की घोषणा करो ताकि उनका अध्ययन जारी रह सके
6.घर से बाहर रह रहे सभी छात्रों को आई कार्ड के आधार पर राशन देने की व्यवस्था की जाए
7.मीड डे मील की राशि को अविलंब छात्रों को दिया जाए
8.छात्रों- युवाओं के लिए 'यूनिवर्सल बेसिक इनकम' की घोषणा की जाए
9.स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में अध्ययरत छात्र- छात्राओं की फीस माफ़ की जाए

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