पटना: कोरोना वायरस जनित वैश्विक महामारी में साइबर अपराधियों द्वारा रेमडेसिविर एवं ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने के नाम पर आम लोगों से पैसे ठगने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं. इसके बाद आर्थिक अपराध इकाई द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक विश्वजीत दयाल के नेतृत्व में 8 सदस्यीय विशेष साइबर टीम का गठन किया गया. दिल्ली पुलिस के सहयोग से आर्थिक अपराध इकाई ने राजधानी पटना के एक साइबर अपराधी को दबोच लिया है.
यह भी पढ़ें- ऑक्सीजन सप्लाई के नाम पर ठगी के आरोप में नालंदा से 12 गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के सहयोग से हुआ गिरफ्तार
अपराधी विजय बेनेडिक्ट (पिता फ्रेंके स्टीफन) आईटीआई रोड दीघा का रहने वाला है. उसे तकियापर दानापुर से आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है. दवा और ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर ठगी करने के एक मामले के अनुसंधान को लेकर दिल्ली पुलिस की टीम बिहार आई है. आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम दिल्ली पुलिस को आवश्यक सहयोग दे रही है.
दिल्ली में दर्ज हुआ था मामला
बता दें कि दिल्ली स्पेशल सेल थाना में 23 अप्रैल को दिल्ली में कोविड मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर एवं रेमडेसिविर दवा दिलाने के नाम पर बड़ी राशि की ठगी करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. जिसे आज राजधानी पटना से गिरफ्तार किया गया है.
16 लाख 60 हजार की ठगी की थी
आर्थिक अपराध इकाई और दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्त के कोटक महिंद्रा बैंक शाखा पाटलिपुत्र हाउसिंग कॉलोनी संधारित खाते के विश्लेषण में पाया गया कि इस बैंक खाते में करीब 16 लाख 60 हजार रुपए ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर दवा के नाम पर ठगी कर मंगाये गए थे.
आर्थिक अपराध इकाई कर रही है कार्रवाई
अपराधी ने यह स्वीकार किया है कि ये पैसे उसने लोगों से दवा और ऑक्सीजन के नाम पर लिये थे. उसके पास से विभिन्न बैंकों के खातों के कागजात, चेक बुक, एटीएम कार्ड आदि सामान भी बरामद किए गए हैं. आपदा के समय में साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम लगाने हेतु आर्थिक अपराध इकाई गंभीर एवं सजग रूप से प्रभावकारी कार्रवाई कर रही है.
यह भी पढ़ें- पटनाः पुलिसवाला बनकर सब्जी दुकानदारों से कर रहा था ठगी, लॉकडाउन का उठा रहा था फायदा