पटनाः लोक आस्था के महापर्व छठ के तीसरे दिन छठ व्रती घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने पहुंचते हैं. इसको लेकर राजधानी के तमाम घाटों पर जिला प्रशासन सौंदर्यीकरण का काम करा रहा है. पटना के कई घाटों पर जिला प्रशासन के जरिए केले के थंभ और बैलून से घाटों को सजाया जा रहा है. घाटों पर अच्छी व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन गंभीर दिख रहा है.
आखिरी चरण में है घाटों को सजाने का काम
शहर के कई घाटों पर गंगा नदी में की गई बैरिकेटिंग पर केले के थंभ और बैलून के जरिए सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. मजदूर बैरिकेटिंग पर चढ़कर केले के थंभ लगाते दिख रहे है. छठ व्रतियों को कोई परेशानी ना हो इसका खास ख्याल रखा जा रहा है. काम में लगे कर्मचारी और मजदूर घाटों को जल्द से जल्द सजाकर तैयार करने में लगे हैं. क्योंकि दोपहर बाद छठ व्रतियों का घाटों पर आना शुरू हो जाएगा.
छठव्रती डूबते सूर्य को देंगे अर्घ्य
बता दें कि आज छठपर्व का तीसरा दिन है. आज डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. शाम को पूरी तैयारी के साथ बांस की टोकरी में अर्घ्य का सूप सजाया जाता है और व्रती के साथ परिवार और पड़ोसी अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने घाट पर जाते हैं. सभी छठव्रती एक साथ तलाब या नदी के किनारे इकट्ठा होकर सामूहिक रूप से अर्घ्य दान संपन्न करते हैं. सूर्य को दूध और जल का अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद छठ मैया की भरे सूप से पूजा की जाती है.